कोरोना वायरस Lockdown के बीच सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन से जुड़ी बड़ी खबर आई है। बोर्ड ने साफ कर दिया है कि ऐसे वक्त में दसवीं बोर्ड की बची परीक्षा करवाना संभव नहीं है, बच्चों को इंटरनल के बेस पर पास किया जाएगा। हालांकि, 12वीं के पेपरों पर अभी सस्पेंस बरकरार रखा गया है। मीडिया से बात करते हुए CBSE के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा कि 12वीं के पेपर Lockdown और आगे की स्थिति के हिसाब से प्लान होंगे। पेपर कब होंगे इसकी जानकारी 10 दिन पहले दे दी जाएगी।
अनुराग त्रिपाठी ने 10 वीं बोर्ड की परीक्षा से जुड़े सवाल पर कहा, ’10वीं की पूरे देश में जो परीक्षा बची हुई हैं, वे छोटे-छोटे विषय थे। उनकी अब परीक्षा नहीं हो रही। इंटरनल असेसमेंट और बाकी पैमानों के आधार पर इसका रिजल्ट बनाया जाएगा। प्रोडेटा बेसिस पर।’ बताया गया कि यह बात एक अप्रैल को जारी सर्कुलर में ही बता दी गई थी।
दिल्ली के नॉर्थ ईस्ट जिले में पढ़नेवाले बच्चों की 10वीं की परीक्षाएं भी नहीं हो पाई थी। यहां दंगों की वजह से पेपर रह गए थे। बताया गया कि वहां परीक्षाएं जरूर होंगी। इस इलाके में भी सिर्फ 6 मुख्य सब्जेक्ट के ही पेपर होंगे।
इस पर त्रिपाठी ने कहा कि 12वीं की 12 विषयों की परीक्षा होनी हैं। इसका फैसला अभी लिया जाएगा। अनुराग त्रिपाठी ने साफ किया कि 3 मई के बाद तय किया जाएगा कि 12वीं की परीक्षा कब लेनी है। अगर Lockdown आगे बढ़ता है तो प्लान उस हिसाब से तैयार किया जाएगा। त्रिपाठी ने यह भी बताया कि जो पेपर हो चुके हैं उनकी कॉपियों की जांच कहीं-कहीं पर शुरू हो चुकी है। फिलहाल रिजल्ट बनने में दो महीने तक का वक्त लगेगा।
Coronavirus संकट पर टीवी चैनल से बात करते हुए CBSE सचिव ने कहा कि यह एक ऐसा समय है जब कोविड का संकट है। CBSE बोर्ड समेत पूरी दुनिया के संस्थान Lockdown हैं। मेरा पैरेंट्स से यह कहना है कि पैनिक न लें। सेल्फ स्टडी करवाएं। देश और दुनिया में जो भी होगा एक समान होगा। सभी जगह एक समान फैसला होगा। बच्चे और पैरंट्स धैर्य रखें।’
अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि जो छात्र NEET, JEE या ऐसे किसी भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं उन्हें परेशान नहीं होना चाहिए। क्योंकि ये सभी Exam भी कैंसल हैं। 12वीं की परीक्षा और नतीजों से पहले इनके होने के भी चांस नहीं हैं।