गगनयान मिशन और चंद्रयान-3 के बारे में बुधवार को ISRO Chief के सिवन ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चंद्रयान-3 पर काम पूरी गति से शुरू हो गया है। गगनयान मिशन को लेकर ISRO Chief ने बताया, ‘4 अंतरिक्षयात्रियों को इसके लिए चुना गया है और वे इस माह के अंत तक ट्रेनिंग के लिए रूस जाएंगे। 1984 में राकेश शर्मा Russian Module के जरिए चंद्रमा पर गए थे लेकिन इस बार भारतीय अंतरिक्ष यात्री भारत से भारतीय मॉड्यूल में जाएंगे।’ इसके अलावा गगनयान मिशन में अंतरिक्ष यात्रियों की सेहत के देखरेख के लिए भारतीय फ्लाइट सर्जनों की भी ट्रेनिंग शुरू हो गई है। यह प्रक्रिया फ्रांस में जारी है।
ISRO Chief से सवाल किया गया कि क्या ISRO चंद्रमा पर मानव युक्त मिशन भेजने पर विचार कर रहा है? इसपर उन्होंने जवाब दिया, ‘अभी नहीं पर ऐसा किसी दिन अवश्य होगा।’ इस माह के शुरुआत में सिवन ने बताया था कि चंद्रयान-3 का कंफिगुरेशन काफी कुछ चंद्रयान-2 के जैसा ही है लेकिन नए मिशन में propulsion module के साथ रोवर होगा। चंद्रयान-2 में हमारे पास orbiter, lander और रोवर कंफिगुरेशन था। उन्होंने आगे बताया कि चंद्रयान- 3 के लिए लागत करीब 250 करोड़ रुपये होगा जबकि लांच कीमत करीब 350 करोड़ रुपये होगा।
ISRO Chief ने गगनयान मिशन को लेकर कहा कि इसके केवल मनुष्यों को अंतरिक्ष में नहीं भेजना चाहते बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के अवसर पैदा करना चाहते हैं। यह मिशन एजेंसियों, भारतीय वायुसेना और ISRO के बीच के सहयोग की मिसाल है। उन्होंने आगे कहा, ‘हम भविष्य में लोगों की भलाई के लिए काम करना चाहते हैं। इसके लिए हम राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समझौता ओर सहयोग करेंगे।