वाराणसी में तेजी से बढ़ता जा रहा गंगा नदी का जलस्तर, 24 घंटे में डूब सकते हैं घाट, तस्वीरें देख सहमी काशी

गंगा के जलस्तर में बढ़ाव तेज होने से तटवर्ती इलाकों में रहने वालों की धड़कनें तेज हो गई हैं. गंगा के जलस्तर में हर घंटे 10 मिलीमीटर की रफ्तार से बढ़ाव जारी है. पिछले 24 घंटे में हुई 67 मिलीमीटर बरसात से भी बढ़ाव में तेजी आई है. गंगा के जलस्तर की रफ्तार यही रही तो 24 घंटे में घाटों का संपर्क टूट सकता है. सिंधिया घाट स्थित रत्नेश्वर महादेव का मंदिर देर शाम को जलमग्न हो गया. देर रात गंगा का जलस्तर 61.44 मीटर दर्ज किया गया.

सुबह आठ बजे तक गंगा का जलस्तर 61.14 मीटर था.
दोपहर 12 बजे 61.28 मीटर, दो बजे 61.32 मीटर और शाम को छह बजे 61.40 मीटर तक पहुंच गया.
10 घंटे में गंगा का जलस्तर 26 सेंटीमीटर बढ़ गया.
रात आठ बजे गंगा का जलस्तर 61.44 मीटर तक पहुंच गया था.


अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले चौबीस घंटों में काशी में एक मीटर से अधिक जलस्तर बढ़ेगा.
एक स्थानीय मांझी ने कहा कि गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. प्रतिदिन 4 सेंटीमीटर बढ़ रहा है. अगर इसी तरह से जलस्तर बढ़ता रहा तो नावों के संचालन में दिक्कत होगी. अभी तो गंगा में फिर भी नाव आ-जा सकती हैं. मगर जैसे ही पानी बढ़ा तो इसके फ्लो में करंट ज्यादा आने लगेगी. इससे छोटी नाव पानी में नहीं आ पाएगी. इस बार गंगा का जलस्तर बहुत देरी से बढ़ रहा है. हर वर्ष अब तक गंगा का पानी ऊपर तक आ चुका होता था और सभी घाटों का सम्पर्क एक-दूसरे से टूट चुका होता था.

शीतला घाट के आरती स्थल तक गंगा पहुंच चुकी हैं.

नाविकों ने बताया कि गंगा के जलस्तर की यही रफ्तार रही तो अगले 24 घंटों में घाटों का आपसी संपर्क टूट जाएगा. सप्ताह भर में आरती का स्थल भी बदलना पड़ सकता है. गंगा में बढ़ाव के साथ ही वरुणा में भी पलट प्रवाह शुरू हो गया है. गंगा के जलस्तर में बढ़ाव तेजी से हो रहा है. बीते 36 घंटों में पानी करीब डेढ़ मीटर बढ़ गया है और बढ़ाव जारी है. गंगा के पानी का रंग भी मटमैला हो चुका है. शीतला घाट के आरती स्थल तक गंगा पहुंच चुकी हैं.

अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले चौबीस घंटों में काशी में एक मीटर से अधिक जलस्तर बढ़ेगा.

गोरखनाथ साहनी ने बताया कि गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. मगर अभी इसमें समय है. इसके बाद ये और तेजी से बढ़ेगी. ये तो अभी प्रारंभ है. अभी इस वक्त जो पानी का लेवल है, उससे 25 फीट और गंगा का पानी बढ़ना चाहिए था. इस बार मां गंगा लेट हुई हैं तो इसकी वजह है बारिश देरी से होना. अभी पहाड़ों में जब अच्छी-खासी बारिश होगी तो डेम का पानी भी छोड़ना होगा. मां लेट भले ही हुई हो मगर उनका स्वरूप विकराल इसबार भी होगा. भादो, क्वार, कार्तिक इन महीनों में भी हमलोगो ने बाढ़ देखा है तो मां थोड़ा लेट आएंगी मगर आएंगी जरूर.

गंगा में बढ़ाव को देखते हुए जल पुलिस और एनडीआरएफ को अलर्ट कर दिया गया है.

केंद्रीय जल आयोग के अनुसार सुबह आठ बजे तक गंगा के जलस्तर में चार सेंटीमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार थी जो शाम को तीन सेंटीमीटर प्रतिघंटा पहुंच गया. केंद्रीय जल आयोग की बाढ़ बुलेटिन के अनुसार, सुबह आठ बजे तक गंगा का जलस्तर 61.14 मीटर था. दोपहर 12 बजे 61.28 मीटर, दो बजे 61.32 मीटर और शाम को छह बजे 61.40 मीटर तक पहुंच गया. 10 घंटे में गंगा का जलस्तर 26 सेंटीमीटर बढ़ गया. रात आठ बजे गंगा का जलस्तर 61.44 मीटर तक पहुंच गया था. अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले चौबीस घंटों में काशी में एक मीटर से अधिक जलस्तर बढ़ेगा. गंगा में बढ़ाव को देखते हुए जल पुलिस और एनडीआरएफ को अलर्ट कर दिया गया है.

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