रिम्स के डॉक्टरों के बीच असप्ताल प्रबंधन के खिलाफ आक्रोश बढ़ता जा रहा है, यहां तबादले की तैयारी से डॉक्टर खासे नाराज हैं। इसी के खिलाफ डॉक्टर्स मिलकर निदेशक डॉ. दिनेश कुमार सिंह का घेराव करने पहुंचे, लेकिन निदेशक कार्यालय में नहीं मिले। रिम्स टीचर्स एसोसिसएशन (RIMS Teachers Association) के अध्यक्ष डॉ. प्रभात कुमार ने बताया कि निदेशक का रवैया ठीक नहीं है।
डॉक्टरों का कहना है कि स्वास्थ्य सचिव ने 2002 के बाद नियुक्त रिम्स के डॉक्टरों की सूची मांगी थी, लेकिन इसमें आठ डॉक्टरों को क्यों छोड़ा दिया गया। असिस्टेंट प्रोफेसर (Assistant Professor) का पद खाली है और डॉक्टरों के तबादले से रिम्स की 250 एमबीबीएस (MBBS) सीट मिलना मुश्किल होगा। अब डॉक्टरों के पास वीआरएस (VRS) लेना ही एकमात्र विकल्प बच गया है. डॉक्टरों ने कहा कि निदेशक की मंशा सही नहीं लग रही है, इसलिए मिलकर बात करने का विकल्प निकाला गया है।