रक्षक ही जब बन जाए भक्षक, तो क्‍या होगा?

रक्षक ही जब भक्षक बन जाए, तो क्‍या होगा। कुछ ऐसा ही छत्‍तीसगढ़ के नक्‍सल प्रभावित क्षेत्र में हो रहा था। नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग के नारायणपुर जिले में नक्सली बनकर पुलिस के जवान ही लोगों से लूटपाट कर रहे थे। पुलिस नक्सली वारदात मानकर इन वारदातों की जांच भी करती रही। मामला तब खुला जब लूटे गए मोबाइल की लोकेशन ट्रेस करने में पुलिस को कामयाबी मिली। अगर मोबाइल लेकर ये लोग न चलते, तो इन्‍हें पकड़ना मुश्किल हो सकता था।

नारायणपुर पुलिस पिछले कुछ दिनों में हुई ताबड़तोड़ लूट की वारदात से हैरान और परेशान थी। वह जांच तो कर रही थी, मगर उसको कोई कामयाबी हाथ नहीं लग रही थी। इसी बीच गत मंगलवार रात बेनूर थाने के पास कोकोड़ी गंगामुंडा में बस्तर ट्रैवल्स की एक यात्री बस को आग लगा दी गई। वारदात को अंजाम इस तरह दिया गया जैसा नक्सली करते रहे हैं। चार नकाबपोशों ने सड़क पर मोटरसाइकिल आड़ी-तिरछी खड़ी कर दी। बस सड़क पर रुक गई, तभी नकाबपोश हथियारबंद कथित नक्सलियों ने बस को कब्जे में ले लिया। उन्होंने यात्रियों और चालक-परिचालक के मोबाइल लूट लिए। फिर सभी को नीचे उतारकर बस में आग लगा दी।

एसपी मोहित गर्ग ने बताया कि बस जलाये जाने की घटना के दौरान लूटे गए एक मोबाइल की लोकेशन जिले के ग्राम बम्हनी थाना जिला कोंडागांव में मिली। टीम कोंडागांव गई। वहां बस्तर और कोंडागांव पुलिस की संयुक्त टीम गठित कर पुलिस ने बम्हनी गांव से आत्मसमर्पण कर पुलिस विभाग में सहायक आरक्षक पद पर भर्ती माधव कुलदीप को उसके घर में दबोच लिया। उसके पास से दो एयर पिस्टल, लूट की चार मोबाइल, बाइक और नगद राशि बरामद की। उसकी निशानदेही पर हिरदूराम कुमेटी और डोलेंद्र बघेल को भी गिरफ्तार किया गया। डोलेंद्र के कब्जे से तीन मोबाइल, एक बाइक व नगद राशि और हिरदूराम के पास से तीन मोबाइल और नगदी बरामद हुई। इसमें हिरदूराम पुलिस विभाग का बर्खास्त आरक्षक है, जबकि आरक्षक माधव काफी समय से ड्यूटी से गैरहाजिर चल रहा था।

31 जुलाई ओरछा मार्ग पर दो गाड़ी वालों को रोककर 11500 रुपये लूटे।

02 अगस्त दंडवन-फरसगांव के सीसी मार्ग पर तीन लोगों को रोककर रुपये और मोबाइल लूटे।

04 अगस्त मारडूम-बारसूर मार्ग पर गाड़ी वालों को रोककर 17500 रुपये, मोबाइल लूटे। गुप्ता ट्रैवल्स से पांच लाख रुपये की मांग की।

11 अगस्त कोकोड़ी कैंप के पहले रास्ता रोककर गाड़ी वालों से 11 हजार रुपये लूटे।

नक्सलियों ने एक बार फिर एक निर्दोष ग्रामीण को नक्सलियों ने मौत के घाट उतार दिया है। नक्सलियों द्वारा लगाए आइईडी की चपेट में आने से एक चरवाहे की मौत हो गई। मृत युवक का नाम शोभ सिंह सलाम बताया गया है। जो मवेशी चराते वक्त नक्सलियों के द्वारा छुपाए गए आइईडी की चपेट में आ गया। कांकेर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कीर्तन राठौर ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के लिए संदिग्ध माओवादियों ने आमाबेड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम उसेली के पास पगडंडी में आइईडी इन्प्लांट किया था। इसी रास्ते से होकर अक्सर सर्चिंग टीम गुजरती है। शुक्रवार की सुबह यहां गाय चराने के लिए जंगल में पहुंचे शोभ सिंह सलाम का पैर आइईडी में पड़ा और धमाका हो गया। इस धमाके में शोभ सिंह की मौत हो गई। मौके पर एक और जिंदा बम होने की सूचना भी मिली है, जिसे रिकवर करने के लिए बम निरोधी दस्ता काम कर रहा है। मृतक का शव घटना स्थल से बरामद कर उसे पंचनामे के लिए भेजा गया है। इलाके में पुलिस और सुरक्षा बलों ने सर्चिंग बढ़ा दी है। 

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