करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन से पहले पाकिस्तान ने एक संगीत वीडियो जारी किया है। जिस पर कई तरह के सवाल खड़े किए जा रहे हैं। जारी किए गये इस वीडियो में खालिस्तानी आतंकवादी भिंडरावाले समेत 3 आतंकवादियों की तस्वीर भी शामिल है। इससे पाकिस्तान की वह छिपी हुई मंशा भी जग जाहिर हो गई है, जिसको लेकर भारत की तरफ से लगातार सवाल खड़े किए जा रहे हैं। वहीं इस बात का अंदेशा लगाया जा रहा है कि पाकिस्तान करतारपुर कॉरिडोर का इस्तेमाल खालिस्तान समर्थकों की भावनाओं को भड़काने का काम करना चाहता है। हालांकि पाकिस्तान इससे इनकार करता रहा है, लेकिन इस वीडियो गीत में भिंडरावाले और दो और आतंकवादियों की तस्वीर को शामिल किए जाने से पाकिस्तान की मंशा पूरी तरह से उजागर हो गई है।
पाक पीएम इमरान खान ने 4 नवंबर को अपने ऑफिशियल फेसबुक पेज पर करतारपुर कॉरिडोर के अधिकारिक गाने के वीडियो को पोस्ट किया है। लगभग 4 मिनट के इस वीडियो में 3 मिनट 30 सेकेंड पर खालिस्तानी आतंकवादियों की तस्वीर नजर आती है। इस वीडियो में एक पोस्टर भी दिख रहा है, जिसपर खालिस्तानी आतंकियों की तस्वीर छपी है और इस पर ‘खालिस्तान 2020’ लिखा है।
जानकारी के मुताबिक भारत पिछले 70 सालों से लगातार करतारपुर कॉरिडोर खोलने की मांग करता रहा है, लेकिन 2 साल पहले पाकिस्तान ने अचानक यह फैसला लेकर और इसमें तेजी से आगे बढ़कर सबको आश्चर्यचकित कर दिया था। हालांकि यह सिखों की धार्मिक भावना से जुड़ा मामला है और भारत लगातार कॉरिडोर खोलने की मांग करता रहा था, ऐसे में भारत ने भी अपनी तरफ से तेजी दिखाई और करतारपुर कॉरिडोर समझौते को लेकर दोनों देशों के बीच कई दौर की बातचीत हुई। वहीं अब यह जब बनकर तैयार होने जा रहा है, पाकिस्तान की तरफ से इस तरह का वीडियो आना कई सवाल खड़े कर रहा हैं।
ऐसे में भारत की चिंता भी काफी बढ़ गई है। भारत ने भी कहा है कि खालिस्तानी आतंकवादियों को पाकिस्तान की तरफ से लगातार सह मिलती रही है। पंजाब से भले ही खालिस्तानी आतंकवादियों को खत्म कर दिया गया हो, लेकिन पाकिस्तान लगातार इन्हें सहारा दे रहा है। वहीं एक बार फिर पंजाब में अलगाववाद की भावना भड़काई जा रही है। दोनों देशों के अधिकारियों की मीटिंग में भारत की तरफ से बार-बार यह चिंता जताई जाती रही है, लेकिन पाकिस्तान इस बात से इनकार करता रहा है कि उसकी ऐसे किसी मामले में हाथ है। आपको बता दें कि जब करतारपुर कॉरिडोर के शिलान्यास के लिए पाकिस्तान में कार्यक्रम हुआ था, तब भी वहां भिंडरावाले के पोस्टर जगह-जगह नजर आए थे।
जानकारी के मुताबिक बता दें भारत की तरफ से कड़ी आपत्ति के बाद पाकिस्तान ने आश्वासन दिया था कि ऐसी चीजें नहीं होने देंगे। लेकिन अब खालिस्तानी भावनाओं को लेकर सिखों को भड़काया जा रहा है। हालांकि पाकिस्तान ने इससे पुरी तरह से इनकार कर रहा है।