ब्राजील में अमेजन के जंगलों में आग लगने की घटना रिकॉर्ड स्तर पर है। नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस रिसर्च के अनुसार बीते आठ महीने में 73,000 बार आग लगने की घटनाएं दर्ज हुईं। 2018 के मुकाबले इस बार ऐसी घटनाओं में 83% बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
2013 के बाद आग लगने का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है। अधिकारियों के मुताबिक जंगलों में आग बीते दो-तीन सप्ताह से लगातार बढ़ रही है। ब्राजील ने इन घटनाओं पर महीने की शुरुआत में ही आपातकाल घोषित किया था।
दुनिया की कुल 10 % जैव-विविधता वाला क्षेत्र है अमेजन
- नासा ने बताया कि अमेजन वन की जलवायु जुलाई-अगस्त में उष्ण-आर्द्र बनी रहती है जबकि सितंबर से लेकर नवंबर मध्य तक यह शुष्क हो जाती है। अधिकारियों के मुताबिक, जंगल में आग लगने की अधिकांश घटनाओं का कारण खेती और पशुपालन होता है।
- सैटेलाइट से ली गई फोटो से पता चला कि आग ब्राजील के अमेजन, रोंडोनिया, पारा और माटो ग्रासो स्टेट के जंगलों में लगी है। सबसे ज्यादा प्रभावित अमेजन हुआ है। इसका असर ब्राजील और पड़ोसी देशों पर भी पड़ा है।
- ब्राजील का यह वनक्षेत्र दुनिया का कुल 20 % ऑक्सीजन पैदा करता है। यह कुल 10 % जैव-विविधता वाला क्षेत्र है। इस क्षेत्र को पृथ्वी के फेफड़े माना जाता है। यह जलवायु को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, यदि यह वन क्षेत्र खत्म होता है तो इसका दुनिया पर बुरा असर पड़ेगा।
जंगलों से उठते धुएं से उड़ानें भी प्रभावित हुईं
यूरोपियन यूनियन अर्थ ऑब्जर्वेशन प्रोग्राम के सैटेलाइट से ली गई फोटो में अमेजन, रोंडोनिया और अन्य राज्यों के जंगलों से आग की लपटें उठती दिखीं। आग से बड़ी संख्या में वन्यजीवों की मौतें भी हुईं। सोमवार को 2700 किमी दूर से काला धुआं साओ पाउलो और अन्य शहरों के ऊपर आया। इससे दिन में अंधेरा हो गया। विमानों की उड़ानें प्रभावित हुईं।इस घटना के बाद ट्विटर पर हैशटैग ‘प्रेयर फॉर अमेजन्स’ और ‘अमेजनरेनफॉरेस्ट’ ट्रेंड शुरू हो गया। यूजर्स ने मीडिया की आलोचना करते हुए कहा कि वह नोट्रे डेम और अन्य आग की घटनाओं को प्रमुखता देता है लेकिन अमेजन के जंगलों में लगी आग को नजरअंदाज करता है।
अरबपतियों से जंगल के लिए दान देने की अपील
यूजर्स ने अरबपति लोगों से इस जंगल को बचाने के लिए दान देने की अपील की। ब्राजील के राष्ट्रपति जैर बोल्सोनारो को भी लोगों की आलोचना का शिकार होना पड़ा। लोगों ने कहा- सरकार अमेजन में कृषि कार्य को रोकने और आग पर काबू पाने में नाकाम रही है। जुलाई में एक वरिष्ठ ब्राजीलियन अधिकारी ने बीबीसी को बताया था कि बोल्सोनारो ब्राजील में निर्वनीकरण को बढ़ावा दे रहे हैं। ब्राजील के एनजीओ ने भी राष्ट्रपति बोल्सोनारो पर जंगलों को काटने के लिए फंडिंग करने का आरोप लगया। राष्ट्रपति ने इसके जवाब में कहा कि उन पर आरोप लगाने वाले एनजीओ के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होंगे। उन्होंने कहा, “यह युद्ध है जिसका मैं सामना कर रहा हूं।” बोल्सोनारो के इस बयान के बाद शहर में कई जगह विरोध प्रदर्शन भी हुए।