उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में कोरोना वायरस संदिग्धों की जांच के लिए गई मेडिकल की टीम पर हुए हमले के मामले कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 17 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में एफआईआर भी दर्ज कर ली गई है। मामले में पुलिस का कहना है कि ड्रोन कैमरों की मदद ली गई, और उसके जरिए आरोपियों की पहचान कर सभी 17 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। जिसमें 7 महिलाएं भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरे घटनाक्रम पर सख्त नाराजगी जताई है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून यानी NSA लगाए जाने के आदेश दिए हैं। सीएम के आदेश के अनुसार, नुकसान की भरपाई भी आरोपियों से की जाएगी।
आपको बता दें मुरादाबाद के नागफनी थाना क्षेत्र में एक परिवार के दो लोगों को कोरोना वायरस से बचाव और उनकी टेस्टिंग के लिए ले जाने को मेडिकल और पुलिस की टीम पहुंची थी। तभी स्थानिय लोगों दोनों ही टीमों का विरोध किया और पथराव करना शुरू कर दिया। इस पथराव में सिर्फ एंबुलेंस ही नहीं बल्की पुलिस की गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई। साथ ही एंबुलेंस कर्मियों के साथ डॉक्टर भी घायल हुए। यूपी के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने पहले ही ये साफ कर दिया है कि इस हमले में पुलिस और मेडिकल स्टाफ़ की गाड़ियों पर हुए नुक़सान की भरपाई भी गिरफ्तार किए गए आरोपियों से ही की जाएगी। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 660 हो गई है।