कोरोना वायरस जिस तेजी के साथ पूरी दुनियां में फैल रहा है और लोगों की मौत हो रही है उसे देखते हुए पूरी दुनियां के वैज्ञानिक इस जानलेवा वायरस के अध्ययन में लगे हैं जिससे इसकी संरचना का पता चल सके और इस वायरस का तोड़ मिल सकें। इसी कड़ी में यूरोप के डॉक्टरों ने इस वायरस के बारे में कुछ नई जानकारी हासिल की है। बता दें यूरोप में कोरोना का इलाज करा रहे मरीजों में कोरोना वायरस के नए लक्षण देखने को मिले हैं। अभी तक हम केवल कोरोना वायरस के लक्षणों में केवल खांसी, बुखार, थकान, फ्लू, जुकाम या फिर कुछ एलर्जी जैसे लक्षण देखने को मिलते थे लेकिन अब जो नए लक्षण मरीजों में देखे जा रहे हैं उनमें मरीजों के पैरों में छोटे-छोटे घाव देखने को मिल रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि यूरोप में भर्ती हो रहे ज्यादातर मरीजों के पैर में ये छोटे घाव देखने को मिल रहे हैं। कोरोना मरीजों के पैरों की उंगलियों के ऊपर, उंगलियों के बीच में या फिर पैर के तलवे में ये छोटे-छोटे लाल या गुलाबी रंग के घाव देखने को मिल रहे हैं. हालांकि, ये घाव मरीज के ठीक होते ही गायब भी हो जा रहे हैं. इसके लिए अलग से उपचार की जरूरत नहीं पड़ रही है।
स्पेन में डॉक्टरों के संगठन जनरल काउंसिल ऑफ कॉलेजेस ऑफ पोडियाट्रिस्ट यानी CGCOP का कहना है कि ये कोरोना वायरस के होने के एक प्रमुख लक्षण हैं। मरीज के पैरों में छोटे घाव बीमारी आने से ठीक पहले का प्रमुख लक्षण माना जा सकता है। बता दें CGCOP के डॉक्टरों का कहना है कि सबसे पहले पैर में अगर छोटे-छोटे लाल या गुलाबी घाव दिखने लगे तो समझ जाना चाहिए कि कोरोना वायरस का हमला होने वाला है. इसके ठीक बाद वो सारे लक्षण दिखने लगेंगे जो कोरोना वायरस के संक्रमण पर होते हैं। इससे पहले डॉक्टरों ने बताया था कि कोरोना वायरस से ग्रसित व्यक्ति की सूंघने की क्षमता कम या खत्म हो जाती है। लेकिन इस बार जो लक्षण बताया जा रहा है वह बेहद दर्दनाक और भयावह है।