दिल्ली में लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि जुलाई के अंत तक दिल्ली में कोरोना मरीजों के लिए करीब डेढ़ लाख बेड की जरूरत पड़ेगी। इसे देखते हुए दिल्ली सरकार ने बीते मंगलवार को एक अहम फैसला लिया था जिसके मुताबिक टाटा ग्रुप का ताज मानसिंह होटल को सर गंगाराम अस्पताल से जुड़ने की बात कही थी। साथ ही होटल के परिसर और कमरों का इस्तेमाल कोविड-19 केंद्र के रूप में करने के निर्देश दिए थे। आपको बता दें गंगा राम अस्पताल को पहले ही कोविड-19 केंद्र घोषित किया जा चुका है। भविष्य में कोरोना मरीजों को के लिए बेड की जरूरत को पूरा करने के लिए दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने ये फैसला लिया है।
दिल्ली सरकार के आदेश में ये भी कहा गया कि ताज मानसिंह होटल में इलाज के दौरान उत्पन्न होने वाले जैव चिकित्सकीय कचरे के निस्तारण की जिम्मेदारी अस्पताल की ही होगी। आदेश के अनुसार कोविड-19 के मरीजों की देखभाल के लिए होटल के सभी कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरण और प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके साथ ही कोरोना मरीजों के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था अस्पताल की ओर से ही किया जाएगा। तो वहीं मरीजों के खाने और कमरों की साफ सफाई समेत अन्य कामों की जिम्मेदारी होटल की होगी। साथ ही इस होटल में केवल मरीजों को ही नही बल्की जरूरत पड़ने पर अस्पताल अपने डॉक्टरों, नर्सों और अर्धचिकित्साकर्मियों के ठहरने का इंतजाम कर सकता है।
आपको बता दें दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ने की रफ्तार तेज हो गई है। बीते 24 घंटे के दौरान दिल्ली में कोरोना संक्रमण के 1,859 मामले सामने आए हैं। अब राजधानी दिल्ली में पॉजिटिव मरीजों की संख्या 44,688 हो गई है। वहीं बीते मंगलवार को दिल्ली में 93 लोगों की मौत हुई है। इसी के साथ अब तक कुल मौत का आंकड़ा 1,837 पहुंच गया है। तो वहीं पिछले 24 घंटे में दिल्ली में 520 लोगो ठीक भी हुए है। कुल स्वस्थ्य होने वाले मरीजों की संख्या 16,500 हो गई है।