दिल्ली-एनसीआर में इससे लोगों की हालत बेहद खराब है और लोग इससे निजात पाने के लिए परेशान हैं। प्रदूषित हवा से लोगों का जीना मुहाल हो गया है । बढ़ता प्रदूषण हम सब के लिए बड़ी परेशानी का कारण बनता जा रहा है। एयर प्यूरीफायर खरीदने का चलन देश में तेजी से बढ़ता जा रहा है। एयर प्यूरीफायर खरीदने से पहले इन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
- कमरे के क्षेत्रफल के आधार पर इसकी कैलकुलेशन की जाती है और ये बताता है कि कोई एयर प्यूरीफायर कितनी देर में कमरे की हवा को साफ कर सकता है।
- शुरुआती कीमत वाले एयर प्यूरीफायर तीन परत जैसे प्री-फिल्टर, हेपा फिल्टर और कार्बन फिल्टर के साथ आते हैं। ये पॉल्यूटेंट, धूल के कणों और स्मैल यानी गंध को हटाने का काम करते हैं।
- ये कमरे में हवा की क्वालिटी के लेवल को बताता है। डिजिटल डिस्पले सिस्टम के जरिए आप ये पता लगा सकते हैं कि कब एयर प्यूरीफायर को मैक्सिमम स्पीड पर चलाना है और कब कम स्पीड पर।
- जैसे टीवी का रिमोट न होने पर आपको दिक्कत होती है उसी तरह एयर प्यूरीफायर के लिए भी रिमोट कंट्रोल जरूरी है। इसकी स्पीड, मोड आदि को कंट्रोल करने के लिए रिमोट कंट्रोल हो तो आपको काफी सुविधा हो सकती है वर्ना हर बार आपको खुद उठकर उसे बदलना होगा।
- जिस कमरे के लिए एयर प्यूरीफायर लेना है वो कितना बड़ा है और उसका एरिया कितना है। एरिया के आधार पर ही आपको एयर प्यूरीफायर का साइज तय करना चाहिए।