अडानी समूह द्वारा नई दिल्ली टेलीविजन लिमिटेड (NDTV) के अधिग्रहण में एक नया मोड़ आ गया है. मिली जानकारी के अनुसार, अडानी ग्रुप को एनडीटीवी की तरफ से एक पत्र मिला है, जिसमें कहा गया है कि अडानी ग्रुप RRPR होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड में 99.5% हिस्सेदारी हासिल नहीं कर सकता. इसके पीछे वजह यह बताई गई है कि कंपनी के मालिक राधिका और प्रणय रॉय को भारत के बाजार नियामक (सेबी) द्वारा किसी भी प्रतिभूति लेनदेन (Securities Transactions) में शामिल होने से प्रतिबंधित किया हुआ है.
4 बिलियन रुपये के लोन के बदले RRPR होल्डिंग में रखे गए वारंट को परिवर्तित करके प्रसारण व्यवसाय में अप्रत्यक्ष रूप से 29.18% हिस्सेदारी खरीदने का दावा करने के बाद, अदानी समूह ने मंगलवार को एनडीटीवी के 26% तक शेयर्स की खरीद के लिए एक ओपन ऑफर जारी किया था. 30 जून तक, NDTV में प्रमोटर्स के शेयर 61.45% थे, जिनमें से RRPR होल्डिंग 29.18%, प्रणय रॉय और राधिका रॉय के पास व्यक्तिगत रूप से लगभग 32% हिस्सेदारी थी.
अब यह मामला उलझता जा रहा है. दरअसल, अडानी ग्रुप की फर्म विश्वप्रधान कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड (VCPL) के लिए एनडीटीवी की प्रमोटर इकाई आरआरपीआर (RRPR) लिमिटेड में हिस्सेदारी का अधिग्रहण करने के लिए मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) की मंजूरी जरूरी है. एनडीटीवी ने एक रेगुलेटरी फाइलिंग में यह बात कही है.
SEBI ने प्रणय और राधिका रॉय पर लगाया था बैन
वीसीपीएल द्वारा आरआरपीएल को बिना ब्याज के दिए गए कर्ज के बदले यह अधिग्रहण किया जाना है. रेगुलेटरी फाइलिंग में एनडीटीवी ने कहा, ‘‘सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया यानी सेबी ने 27 नवंबर 2020 को फाउंडर-प्रमोटर्स प्रणय और राधिका रॉय को सिक्योरिटीज मार्केट में किसी भी तरह के लिए शामिल से रोक दिया था और 2 साल के लिए प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सिक्योरिटीज की खरीद, बिक्री या अन्य लेनदेन पर रोक लगा दी थी. ’’
26 नवंबर 2022 को खत्म हो रहा है बैन
एनडीटीवी ने बताया कि यह बैन 26 नवंबर 2022 को खत्म हो रहा है. कंपनी ने शेयर बाजार को बताया, ‘‘जब तक लंबित अपील कार्यवाही को सफलतापूर्वक पूरा नहीं किया जाता है, प्रस्तावित अधिग्रहणकर्ता के लिए प्रवर्तक समूह के 99.5 फीसदी हितों को हासिल करने के लिए सेबी की मंजूरी जरूरी है.’’
अडानी ग्रुप ने किया था 29.18 फीसदी स्टेक लेने का ऐलान
अडानी ग्रुप ने मंगलवार को कहा था कि उसने एनडीटीवी में 29.18 फीसदी हिस्सेदारी हासिल कर ली है और वह अतिरिक्त 26 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए एक ओपन ऑफर शुरू करेगा.