अमेरिका में गुरुवार को एक Expert Panel ने मॉडर्ना की कोविड-19 वैक्सीन के इमरजेंसी यूज़ को अप्रूवल दे दिया है। इसके साथ ही Vaccine की 60 लाख डोज़ के लिए अगले 2 दिनों में शिपिंग शुरू हो सकती है। अब उम्मीद की जा रही है कि अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन मॉडर्ना की Vaccine को EUA यानी इमरजेंसी यूज़ ऑथराइजेशन दे सकता है। एक्सपर्ट पैनल में शामिल 21 विशेषज्ञों में से 20 ने इसे मंजूरी दी, वहीं एक विशेषज्ञ अनुपस्थित रहा।
विशेषज्ञों को इस सवाल का जवाब देना था कि ‘उपलब्ध वैज्ञानिक प्रमाण के आधार पर, क्या Vaccine का लाभ 18 और उससे ऊपर की आयु वाले लोगों में पैदा होने वाले रिस्क से ज्यादा है।’ एपिडेमोलॉजिस्ट अरनॉल्ड मोंटो ने बताया कि यह वोट पिछले हफ्ते Pfizer-BioNTech वैक्सीन को मिले वोट से भी ज्यादा था।
एक्सपर्ट पैनल की इस मीटिंग को तब बुलाया गया था, जब अमेरिका में Coronavirus से होने वाली मौतें 310,000 के आंकड़े के करीब पहुंच रही हैं। अमेरिका इस वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित है। पिछले हफ्ते में यहां पर फाइज़र की Vaccine का हेल्थकेयर वर्कर्स को वैक्सीनेशन शुरू हुआ है।
दोनों ही Vaccine कटिंग-एज टेक्नोलॉजी mRNA पर आधारित है, जिसे इस महामारी के पहले अभी तक अप्रूवल नहीं मिला था। ये दोनों वैक्सीन ही 2 बार के डोज़ के रेजीमेन वाली हैं। यानी मरीज को इसे 2 बार लेना होगा।
हालांकि, दोनों ही Vaccine के प्रभावी होने का स्तर 95 फीसदी के आसपास रहा है- जोकि अपेक्षा से कहीं ज्यादा है। लेकिन फिर भी फाइज़र की Vaccine लेने के बाद दुनिया में कुछ लोगों को एलर्जी और रिएक्शन का सामना करना पड़ा है।
अमेरिका में Coronavirus के कुल 17 मिलियन केस हो चुके हैं, ऐसे में लग रहा है कि मॉडर्ना को मंजूरी देने वाला अमेरिका पहला देश बन जाएगा।
बता दें कि मैसाचुसेट्स की यह छोटी बायोटेक फर्म अमेरिकी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के वैज्ञानिकों के साथ मिलकर इस वैक्सीन को डेवलप किया है। अमेरिकी सरकार की ओर से इसे 2.5 बिलियन डॉलर का सहयोग मिला है।