बिहार में नयी सरकार के गठन के 84 दिन बाद मंगलवार को मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ। बुधवार को नेशनल इलेक्शन वाच और ADR ने बिहार सरकार के सभी मंत्रियों के आपराधिक मामलों का विश्लेषण जारी किया। ADR की रिपोर्ट में बताया गया है कि बिहार के 28 मंत्रियों में 18 मंत्रियों पर घोषित आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसमें 14 मंत्रियों पर संगीन किस्म के गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
रिपोर्ट में बताया गया है कि मंत्रिमंडल में शामिल मंत्रियों में जदयू के 11 मंत्रियों में चार पर आपराधिक मामला जबकि तीन मंत्रियों पर गंभीर किस्म के आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसी प्रकार BJP के 14 मंत्रियों में 11 पर आपराधिक मामले जबकि आठ पर गंभीर किस्म के आपराधिक मामला दर्ज है। इसी प्रकार के हम के एक मंत्री पर गंभीर किस्म का मामला दर्ज है जबकि VIP के एक मंत्री पर भी गंभीर किस्म का आपराधिक मामला दर्ज है।
मंत्री बने एक निर्दलीय विधायक पर भी गंभीर किस्म के आपराधिक मामला दर्ज है। बता दें कि नयी कैबिनेट में कुल 31 मंत्री हैं जिसमें से 28 मंत्रियों का विश्लेषण किया गया है। विश्लेषण में रामसूरत राय का अस्पष्ट शपथपत्र रहने के कारण जबकि अशोक चौधरी और जनक राम का शपथ पत्र नहीं रहने के कारण उनका विश्लेषण शामिल नहीं किया गया है।
ADR द्वारा बिहार मंत्रिमंडल में शामिल किये गये मंत्रियों का संपत्ति का विवरण भी जारी किया गया है। मंत्रिपरिषद में शामिल 28 मंत्रियों में 26 मंत्री करोड़पति हैं। इधर पार्टी के हिसाब से BJP के 14 मंत्री बने है। भाजपा कोटे के सभी मंत्री करोड़पति हैं। जदयू के 11 मंत्रियों में से नौ मंत्री करोड़पति हैं जबकि हम पार्टी के एक मंत्री, VIP के एक मंत्री और JDU कोटे से निर्दलीय मंत्री भी करोड़पति हैं। सबसे ज्यादा सर्वाधिक 14 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति के मालिक नीरज कुमार बबलू हैं।