बिहार विधासनभा चुनाव को लेकर लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के अध्यक्ष चिराग पासवान द्वारा किए गए ट्वीट के बाद राज्य में राजनीतिक बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। BJP विधान पार्षद संजय पासवान ने LJP पर हमला किया है। शनिवार को पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि ऐसा लग रहा है कि LJP नेता सत्ता में बने रहे के लिए नाटक कर रहे हैं। उनका यह रवैया सही नहीं है। वर्ष 2010 में JDU और BJP साथ मिलकर दो तिहाई बहुमत के साथ सरकार बना चुकी है।
अपने बयानों से चर्चा में बने रहने वाले संजय पासवान ने कहा कि बिहार में सरकार बनाने के लिए BJP-JDU को किसी और की जरूरत नहीं है। बिहार चुनाव स्थगित करने को लेकर चिराग पासवान के बयान से नाराज पासवान ने कहा कि उनका बयान बेहद आपत्तिजनक है। सवाल पूछा कि क्या चिराग पासवान या जो भी नेता चुनाव टालने की मांग कर रहे हैं, क्या उन्हें लोकतंत्र और चुनाव आयोग पर भरोसा नहीं रह गया है। चुनाव आयोग ने जब फैसला लिया तो उसे मानना ही पड़ेगा।
वाजपेयी सरकार में केंद्र में राज्यमंत्री रह चुके संजय पासवान कुछ महीने पहले CM पद को लेकर बयान दिया था। हालांकि अब वे साफ कहते हैं कि जब आलाकमान ने नीतीश कुमार को नेता मान लिया तो अब अगर-मगर का सवाल ही नही है। कोई भी अगर नीतीश कुमार या गठबंधन धर्म के खिलाफ बयान दिया तो चुप नहीं रहेंगे।
संजय पासवान का यह बयान ऐसे समय में आया है जब LJP अध्यक्ष व सांसद चिराग पासवान ने वर्तमान परिस्थिति में चुनाव की पहल के खिलाफ खड़े हो गए हैं। चिराग पासवान ने शुक्रवार को कहा था कि कोरोना महामारी के बीच चुनाव करना ना तो लोकतंत्र के लिए सही है और ना ही जनता के हित में है। चिराग ने कहा था, ‘कोरोना के प्रकोप से बिहार ही नहीं पूरा देश प्रभावित है। कोरोना के कारण आम आदमी के साथ साथ केंद्र व बिहार सरकार का आर्थिक बजट भी प्रभावित हुआ है। ऐसे में चुनाव से प्रदेश पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ेगा।’
रामविलास पासवान के बयान पर BJP नेता संजय पासवान ने कहा कि ऐसा लगता है कि यह सत्ता में बने रहने के लिए राम विलास जी की रणनीति का एक हिस्सा है। हमारे वरिष्ठ नेताओं ने कहा है कि NDA में सब ठीक है इसलिए हम भी मानते हैं कि सब ठीक है। BJP और JDU बिना LJP के भी सरकार में रहे हैं।