रूस एक बार फिर आतंकी हमले से थर्रा उठा. दागिस्तान प्रांत के दो शहरों में हुए आतंकी हमले में 17 पुलिसकर्मियों और पादरी समेत कई लोगों की मौत हो गई है. जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने 6 आतंकियों को भी मार गिराया. हमले के बाद रूस की सड़कों पर टैंक और स्पेशल फोर्स तैनात हैं. पिछले 9 घंटे से ऑपरेशन जारी है.
रूस में यहूदियों के प्रार्थना स्थल और चर्च पर आतंकी हमला हुआ है. इस हमले 17 पुलिसकर्मियों और पादरी समेत कई लोगों की मौत हो गई है जबकि 25 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. बताया जा रहा है आतंकियों ने पादरी का गला काट दिया. जवाबी कार्रवाई में रूसी सुरक्षाबलों ने 6 आतंकियों को किया ढेर कर दिया. रूस के दागेस्तान में सैन्य ऑपरेशन अब भी जारी है. दागिस्तान प्रांत के दो शहरों में यह आतंकी हमला हुआ है.
इस हमले के बाद लोग खौफजदा हैं. रूस की सड़कों पर टैंक और स्पेशल फोर्स तैनात हैं. पिछले 9 घंटे से ऑपरेशन जारी है. इस आतंकी हमले में मरने वालों में सात अधिकारी, एक पादरी और चर्च के सुरक्षा गार्ड शामिल हैं. दागिस्तान के दो शहरों डरबेंट और मखचकाला में हुए इस आतंकी हमले के बाद सोमवार, मंगलवार और बुधवार को शोक दिवस घोषित किया गया.
एक साथ दो आर्थोडॉक्स चर्च पर हमला
आतंकियों के लिए एक साथ दो आर्थोडॉक्स चर्च पर हमला किया. चर्च में शाम की प्रार्थना के बाद आतंकी अंदर घुसे. बताया जा रहा है कि आतंकियों ने ऑटोमैटिक हथियारों से चर्च में अंधाधुंध फायरिंग कर दी. आतंकियों ने 66 साल के पादरी की गला रेतकर हत्या कर दी. फादर निकोले पिछले 40 साल से चर्च में सेवा दे रहे थे. आतंकियों ने यहूदी प्रार्थना स्थल सिनेगॉग पर भी गोलियां बरसाईं.
हमले के बाद एक्शन में रूसी कमांडो
मखचकाला में दो आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है. इस हमले के बाद रूसी कमांडो एक्शन में है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आतंकियों ने चर्च पर अंधाधुंध फायरिंग की. हालांकि, अभी तक इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी किसी संगठन ने ली है. हमले के बाद रूसी सेना ने मोर्चा संभाल रखा है. पूरे इलाके को सेना ने घेर लिया है. आंतिकयों की तलाश की जा रही है. शहर से सभी रास्ते बंद कर दिए हैं.
फिदायीन हमलावर ने खुद को उड़ाया
हमले के बाद दागिस्तान में आतंकी ने खुद को उड़ा लिया. बताया जा रहा है कि फिदायीन हमलावर कार में बैठा था. अचानक कार में विस्फोट हुआ. जानकारों की मानें तो दागिस्तान में जिस तरीके का और जिस बड़े पैमाने पर आतंकी ऑपरेशन हुआ है, इससे लगता ये है कि दागिस्तान में जो आतंकी संगठन हैं, उसे कहीं न कहीं बाहर से जरूर कोई सपोर्ट मिला होगा