कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर अंदुरूनी कलह के बीच नए अध्यक्ष को चुनने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। आज शनिवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई जिसमें सोनिया गांधी, Rahul Gandhi और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य एवं अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे। बैठक में मौजूद नेताओं ने अपनी बातें रखी। सूत्रों के हवाले से बताया कि बैठक में मौजूद सभी नेता चाहते थे कि Rahul Gandhi दोबारा पार्टी की कमान संभालें। इस पर Rahul Gandhi ने कहा कि इस मसले को पार्टी की चुनावी प्रक्रिया पर छोड़ दिया जाना चाहिए।
सूत्रों ने बताया कि बैठक में पार्टी के लगभग सभी नेताओं ने राहुल से गुजारिश की कि वह एक बार फिर से पार्टी की कमान संभालें। इस पर राहुल ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष को चुने जाने का फैसला चुनाव प्रक्रिया पर छोड़ देना चाहिए। सूत्रों की मानें तो राहुल को कमान सौंपे जानें की वकालत करने वाले नेताओं में कई ऐसे वरिष्ठ नेता भी शामिल थे जिन्होंने सक्रिय नेतृत्व और व्यापक संगठनात्मक बदलाव की मांग करते हुए बीते दिनों एक पत्र लिखा था।
सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि बैठक में राहुल वरिष्ठ नेताओं के आग्रह पर सहमत दिखे। उन्होंने कहा कि मैं पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेताओं की बात का सम्मान करता हूं। अध्यक्ष के बारे फैसला चुनाव पर ही छोड़ा जाना उचित होगा। वहीं Sonia Gandhi का कहना था कि मौजूदा वक्त में सभी नेताओं को एक साथ मिलकर चलने और संगठन को मजबूत बनाने की जरूरत है। रिपोर्ट के मुताबिक, पार्टी आने वाले दिनों में संगठन से लेकर तमाम मसलों पर चिंतन शिविर आयोजित करेगी।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस चिंतन शिविर में सरकार को घेरने के मसले पर भी चर्चा होगी। बैठक के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता पवन कुमार बंसल ने संवाददाताओं को बताया कि बैठक में हुई चर्चा काफी सकारात्मक रही। Sonia Gandhi का कहना था कि कांग्रेस एक बड़ा परिवार है जिसको और मजबूत करने की दरकार है। Rahul Gandhi ने भी पार्टी को मजबूत बनाने के लिए मिलकर काम करने की अपील की।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने संवाददाताओं को बताया कि आगे ऐसी बैठकें आयोजित की जाएंगी। चिंतन शिविर शिमला और पंचमढ़ी की तर्ज पर आयोजित होगा। पार्टी को मजबूत बनाने के लिए जो भी मुद्दे सामने आए हैं सभी पर विचार किया जाएगा। यह बैठक Sonia Gandhi के आवास 10 जनपथ पर हुई जिसमें गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, मनीष तिवारी, शशि थरूर और कई अन्य नेता शामिल हुए। एके एंटनी, अंबिका सोनी, अशोक गहलोत, पी चिदंबरम, कमलनाथ और हरीश रावत भी मौजूद रहे।