राष्ट्रीय राजधानी में अगले 24 घंटे तक बिजली की आपूर्ति (power supply) में समस्या हो सकती है। इसको लेकर दिल्ली सरकार ने केंद्र सरकार को समीक्षा बैठक और पर्याप्त कोयला की आपूर्ति के लिए पत्र लिखा है।
क्या बोले दिल्ली के ऊर्जा मंत्री
दिल्ली सरकार में ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyender Jain) का कहना है कि दादरी-राष्ट्रीय राजधानी पावर स्टेशन और फिरोज गांधी ऊंचाहार थर्मल पावर प्लांट से बिजली आपूर्ति बाधित होने के कारण यह समस्या उत्पन्न होने वाली है। जिस कारण दिल्ली मेट्रो, अस्पतालों सहित अन्य जरूरी संस्थानों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति करने में समस्या हो सकती है।
भीषण गर्मी की वजह से बढ़ी बिजली की मांग
दिल्ली में बिजली की खपत की मागं 6000 मेगावाट पहुंच गई है। अप्रैल में यह अबतक सबसे ज्यादा मांग रही है। यही स्थिति रही तो अगले कुछ दिनों में मांग 7000 मेगावाट से ऊपर पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। इससे पहले के वर्षों में अप्रैल में अधिकतम मांग 57 100 मेगावाट से कम रही थी। इस वर्ष 19 अप्रैल को मांग 57 100 मेगावाट से ऊपर चली गई थी। उसके बाद से इसमें लगातार वृद्धि हो रही है।
कोयले की कमी से हो रही किल्लत
देश के अधिकतर राज्यों में हो रहे बिजली संकट (power supply) में कोयला की कमी सबसे बड़ी भूमिका है। जीवाश्म ईंधन (कोयला) जो भारत की 70 % बिजली का उत्पादन करता है। जबकि सरकार इस बात पर जोर दे रही है कि मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त कोयला उपलब्ध है। इसके साथ ही सरकार का मानना है कि यूक्रेन में युद्ध के बाद अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा कीमतों में बढ़ोतरी के साथ कोयले के आयात में गिरावट आई है। बिजली संयंत्रों को कोयले की आपूर्ति बढ़ाने के उपायों के अलावा केंद्र सरकार ने राज्यों को इन्वेंट्री बनाने के लिए अगले तीन सालों के लिए कोयले का आयात बढ़ाने को कहा है।