पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के दौरान अनोखी एकता देखने को मिलेगी। यहां BJP के खिलाफ विपक्षी दलों ने न सिर्फ TMC को समर्थन दिया बल्कि CM ममता बनर्जी के लिए कैंपेन भी करेंगे। ममता के लिए चुनाव प्रचार करने वालों की लिस्ट में नैशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) अध्यक्ष शरद पवार, झारखंड के CM और JMM के अध्यक्ष हेमंत सोरेन, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और RJD नेता तेजस्वी यादव शामिल हैं।
TMC के सूत्रों के मुताबिक शरद पवार ने तारीखें भी तय कर दी हैं। बंगाल में चुनाव को अब PM नरेंद्र मोदी और ममता बनर्जी के बीच जंग माना जा रहा है। ऐसे में BJP विरोधी दल देशभर में ममता के समर्थन में उतरने लगे हैं। दिलचस्प बात यह है कि कांग्रेस-लेफ्ट-आईएसफ गठबंधन को छोड़कर TMC के साथ खड़े हो रहे हैं। यह गठबंधन भी TMC के खिलाफ हमलावर हो रहा है।
लेफ्ट पार्टियां आमतौर पर राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस के साथ होती हैं और NDA-BJP के खिलाफ। वहीं, NCP, JMM, RJD, SP पहले कांग्रेस के साथ आते-जाते रहे हैं। बंगाल में ऐसा पहली बार देखने को मिला है कि जहां ये पार्टियां चुनाव नहीं लड़ रही हैं, वहां भी बड़े नेता समर्थन दे रहे हैं। बंगाल की सीमा झारखंड और बिहार से लगती है और वहां के लोगों के साथ-साथ वहां रह रहे उत्तर प्रदेश के लोगों को भी लुभाने की कोशिश इन पार्टियों के नेताओं के जरिए की जाएगी।
बंगाल में चुनाव भी TMC और लेफ्ट के बीच हुए हैं। कांग्रेस या BJP जैसे राष्ट्रीय दल यहां कई साल तक बड़ी भूमिका में नहीं रहे। बनर्जी ने जब से अपनी पार्टी बनाई, कांग्रेस राज्य में सिमटती चली गई। वहीं, 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी का भी बड़ा आधार नहीं था। हालांकि, अब BJP TMC के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुकी है। ऐसे में विपक्षी दलों के सामने उसे रोकना एक मात्र एजेंडा बन चुका है।