दिल्ली में Corona virus से मचे हाहाकार के बाद अब दिल्ली सरकार ने लोगों की Immunity Power को बढ़ाने का काम करेगी। दिल्ली सरकार ने इसको लेकर एक योजना तैयार की है जिसके अंतर्गत पूरे शहर में Corona से लड़ने वाली प्रतिरोधक जड़ी बूटियों का रोपण किया जाएगा।
इस बीच देखा जाए तो केजरीवाल सरकार की ओर से हर साल की भांति इस बार भी वृहद वृक्षारोपण अभियान का आयोजन किया जा रहा है। Lockdown की वजह से अभी पांच जून को इसकी सांकेतिक शुरूआत की जाएगी। इस दौरान लोगों को प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली जड़ी-बूटी के पौधे लगाने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाएगा।
दिल्ली के पर्यावरण एवं वन मंत्री गोपाल राय का कहना है कि दिल्ली के अंदर खासतौर से प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने को लेकर के सब जगह चर्चा हो रही है। इसके पीछे बड़ी वजह यह भी है कि Corona संकट के दौरान वही ब्रह्मास्त्र है, जिसका प्रतिरोधक तंत्र ठीक है। वह इस लड़ाई को लड़ कर जीत रहा है और जिसका प्रतिरोधक तंत्र कमजोर हो रहा है, वो इस लड़ाई को हार जा रहा है।
इसलिए वन विभाग की तरफ से दिल्ली के अंदर पिछले साल प्रतिरोधक तंत्र बढ़ाने वाली जड़ी-बूटियों के पौधों को लगाने का अभियान शुरू किया था। इस बार भी 5 जून से इसकी शुरुआत करने जा रहे हैं। प्रतिरोधक जड़ी बूटियों के पौधे सरकारी नर्सरी में फ्री मिलेंगे।
प्रतिरोधक तंत्र बढ़ाने वाली जड़ी-बूटियों के पौधों में कढ़ी पत्ता, आंवला, बेहरा, जामुन, अमरूद, अर्जुन सहजन, बेल पत्ता, नीबू, तुलसी, एलोवेरा, गिलोय के पौधे लगाए गए। दिल्ली के अंदर जो सरकारी नर्सरी हैं, वहां से यह पौधे निःशुल्क दिए जाते हैं। पांच जून से कोरोना से लड़ने वाली इन प्रतिरोधक जड़ी बूटियों का रोपण शुरू करेंगे।
ऑक्सीजन समस्या के स्थाई समाधान की दिशा में लगेंगे 33 लाख पौधे
इस बीच देखा जाए तो Corona की दूसरी लहर में ऑक्सीजन का पैदा हो गया है। लेकिन अब सरकार ने इसके संकट को दूर करने और स्थाई समाधान के लिए बड़े पैमाने पर दिल्ली के अंदर वृक्षारोपण करने का फैसला किया है। दिल्ली सरकार ने इस साल 18 लाख के निर्धारित लक्ष्य से ज्यादा 33 लाख पौधे लगाने का निर्णय लिया है।
प्रतिरोधक क्षमता को प्राकृतिक तरीके से बढ़ाने का आह्वान
मंत्री राय का कहना है कि इस Corona काल में जिसका प्रतिरोधक तंत्र ठीक है, वह इसकी लड़ाई को लड़ कर जीत रहा है और जिसका कमजोर है, वह इस लड़ाई को हार जा रहा है। दिल्ली निवासियों से अपील है कि सभी लोग पौधारोपण अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें, ताकि हम अपनी प्रतिरोधक क्षमता को प्राकृतिक तरीके से बढ़ा सकें।
दिल्ली का ग्रीन क्षेत्र बढ़कर 350 वर्ग किमी होने की उम्मीद
बताते चलें कि 2017 में दिल्ली का ग्रीन क्षेत्र 299 वर्ग किमी था, जोकि 2019 में बढ़कर 325 वर्ग किमी हो गया। उम्मीद जताई जा रही है कि इस साल का अभियान पूरा होने के बाद दिल्ली का ग्रीन क्षेत्र बढ़कर 350 वर्ग किमी हो जाएगा।