Bihar Politics

बिहार में खत्‍म नहीं हो रहा राजनीतिक दलों के आरोप-प्रत्‍यारोप का सिलसिला

बिहार में कोरोना संकट के बीच आरोप-प्रत्‍यारोप की राजनीति चरम पर है। कोरोना में आम लोगों की परेशानी के लिए राजनीतिक दल एक-दूसरे पर तोहमत लगाने में व्‍यस्‍त हैं। जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद लालू यादव लगातार बिहार के गांवों के उप स्‍वास्‍थ्‍य केंद्र को लेकर CM Nitish Kumar पर हमलावार हैं। उधर,पूर्व उप मुख्यमंत्री व राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी और लालू की बेटी रोहिणी आचार्य में ट्विटर वार जारी है। रोहिणी की असंसदीय भाषा के कारण ट्विटर ने 17 घंट के लिए उनका ट्विटर हैंडल भी ब्‍लॉक कर दिया था। रोहिणी हालांकि नेता नहीं हैं मगर CM PM पर कटाक्ष करती रहती हैं। अपने भाईयों के लिए ट्विटर पर ही बिहार की राजनीतिक लड़ाई लड़ती हैं। जदयू भी इसमें पीछे नहीं है। तेजस्‍वी यादव को लालू-राबड़ी राज का आईना दिखाते रहते हैं। BJP फिलहाल फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। BJP प्रदेश अध्‍यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने बीते बुधवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा के ट्वीट पर CM Nitish Kumar के खिलाफ मुखर अपने एमएलसी पर कार्रवाई किया है।
सुशील मोदी को झूठ ना बोलने की नसीहत

ताजा मामला यह है कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने पूर्व उप मुख्यमंत्री व राज्यसभा सदस्य Sushil Kumar Modi को सलाह दी है कि उन्हें झूठी बयानबाजी से बचना चाहिए। राजद के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा कि लालू-राबड़ी शासन काल के बारे में Sushil Kumar Modi जो भी कह रहे हैं, उन्हें वे बातें शपथ पत्र के साथ जारी करनी चाहिए, क्योंकि सब कुछ ऑन रिकार्ड उपलब्ध है।


राजद प्रवक्ता ने कहा कि बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था की सबसे बदतर स्थिति के लिए सबसे अधिक सुशील मोदी जी जिम्मेदार हैं। बिहार में NDA सरकार में 2005 से अब तक लगातार BJP के पास ही स्वास्थ्य विभाग रहा है, लेकिन विरासत में मिली बेहतर ग्रामीण चिकित्सा व्यवस्था का NDA सरकार सही ढंग से रख-रखाव भी नहीं कर सकी। योजना आयोग द्वारा 2005 में जारी स्वास्थ्य विभाग के इंडैक्स में ग्रामीण चिकित्सा के क्षेत्र में बिहार का स्थान जहां 12वां था, वहीं नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार 2015-16 में बिहार 20वें पायदान पर और 2019-20 में 21वें यानी सबसे निचले पायदान पर चला गया है।

राजद प्रवक्ता ने कहा कि Sushil Kumar Modi स्वास्थ्य विभाग के लिए बजटीय आवंटन को NDA सरकार की उपलब्धि बता रहे हैं, लेकिन ये नहीं बता रहे हैं कि आवंटित राशि में कितनी राशि खर्च हुई और किस मद में कितनी राशि खर्च की गई।

तेजस्वी यादव कर रहे महामारी पर राजनीति

मुख्य प्रवक्ता व विधान पार्षद संजय सिंह ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष Tejashwi Yadav पर आरोप लगाया है कि Corona महामारी पर वे राजनीति करते हुए पल-पल बयान बदल रहे हैं। इससे प्रतीत होता है कि तेजस्वी कंफ्यूजन में जी रहे हैं। उनकी मानसिक स्थिति महामारी में ठीक नहीं जान पड़ती।


उन्होंने कहा कि Tejashwi Yadav ने अपने विधानसभा क्षेत्र राघोपुर के एक गांव में Corona से 17 लोगों की मौत होने की खबर को आधारहीन बताया और फिर मीडिया को भला-बुरा कहा। तेजस्वी यादव को यह बताना चाहिए कि सच क्या है? मामला उनके विधानसभा क्षेत्र का है। इसलिए उनकी जिम्मेदारी भी बनती है कि वे हकीकत से लोगों को वाकिफ कराएं। तेजस्वी यादव Corona से होने वाली मौत को राजनीतिक चश्मे से न देखें। एक तरफ नेता प्रतिपक्ष का यह बयान की बिहार में Corona से लोग बेतहाशा मर रहे हैं और दूसरी तरफ बात जब खुद के विधानसभा क्षेत्र की आई तो पर्दा लेकर खड़े हो गए।

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