EPF पर सैलरीड क्लास को झटका लगा लगा है। मौजूदा वित्त वर्ष के लिए पीएफ डिपॉजिट पर पहले के मुकाबले कम ब्याज मिलेगा। 2020 के लिए पीएपफ डिपॉजिट पर ब्याज दर को 15 बेसिस पॉइंट्स घटाकर 8.5 फीसदी कर दिया गया है, जो पहले 8.65 पर्सेंट थी। कटौती की संभावना पहले ही जताई जा चुकी थी। एंप्लॉयीज प्रविडेंट फंड ऑर्गनाइजेशन (EPFO) के निवेश पर रिटर्न कम रहना इसके पीछे का प्रमुख कारण हो सकता है। वित्त वर्ष 2019 में ब्याज दर 8।65 प्रतिशत थी। इस मुद्दे पर EPFO के सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज ने आज बैठक में यह फैसला किया।
मोदी सरकार ने होली से पहले देश के करीब 6 करोड़ कर्मचारियों को झटका दिया है। श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने EPFO के ब्याज दरों में कटौती का ऐलान किया। इस साल यानी 2019-20 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) पर 8.5 फीसदी ब्याज मिलेगा। पिछले साल यानी वित्तीय वर्ष 2018-19 में ब्याज की दर 8.65 फीसदी थी।
दरअसल, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के शीर्ष निकाय केंद्रीय न्यासी बोर्ड (CBT) की गुरुवार को बैठक हुई। इस बैठक में चालू वित्त वर्ष 2019-20 के लिए पीएफ पर ब्याज दर को लेकर फैसला किया गया। बता दें कि केंद्रीय न्यासी बोर्ड ही PF पर ब्याज दर को लेकर फैसला लेता है और इस फैसले को वित्त मंत्रालय से सहमति की जरूरत होती है।
देश में EPFO की पीएफ योजनाओं में करीब 6 करोड़ कर्मचारी जुड़े हैं। गौरतलब है कि सरकार इस साल राजस्व की तंगी से जूझ रही है। कर राजस्व और विनिवेश दोनों से होने वाली आय लक्ष्य से कम है।