नई दिल्ली- गूगल सर्च इंजन क्रोम के नए फीचर पर काम कर रहा है। यह फीचर यूजर्स को फर्जी फॉर्म पर अहम जानकारी दर्ज करने से रोकेगा। क्रोम के नए फीचर उन फर्जी फॉर्म की पहचान करेगा, जो संदिग्ध होंगे। इसके बाद फॉर्म के फर्जी होने को लेकर एक फ्लैग जारी करेगा। साथ ही यूजर्स की ओर से दर्ज की जाने वाली सूचनाओं को सब्मिट होने से रोक देगा। इस तरह का नया Chrome फीचर यूजर को फिशिंग अटैक और ऑनलाइन फर्जीवाड़े से बचाएगा।
अपकमिंग फ्लैग को Disable Autofill for mixed के तौर पर जाना जाएगा। एक बार इस फीचर को ऑन करने के बाद सेटिंग में बदलाव हो जाएगा, जो ई-मेल आईडी, पता समेत कई अन्य जानकारी को फर्जी फॉर्म में दर्ज होने से रोकेगा। साथ ही फॉर्म को ऑटो फिल मोड से हटा देगा। इस तरह नया फीचर यूजर की जानकारी को पहले के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित रखेगा। साथ ही यूजर्स को एक सुरक्षित प्लेटफॉर्म मुहैया कराएगा। गूगल लंबे वक्त से यूजर्स सिक्योरिटी की दिशा में काम कर रहा है। ऐसे में गूगल के नए फीचर को उसी दिशा में बढ़ाए जाने वाले कदम से जोड़कर देखा जा रहा है।
गूगल क्रोम का नया फीचर ऑटोमेटिक फॉर्म फिलअप रोकने से पहले मैन्युअल तरीके से इनसिक्योर फॉर्म को न भरने की चेतावनी जारी करेगा। इसके बाद यूजर फॉर्म फिलअप को रोक सकता है। इस वार्निंग मैसेज में बताया जाएगा कि आपकी तरफ से दिया जा रहा डाटा एक इनसिक्योर कनेक्शन के जरिए भेजा जा रहा है। ऐसे में अपने पासवर्ड, मैसेज और क्रेडिट और डेबिट कार्ड की डिटेल न दें। इसके बाद यूजर सब्मिट ऑप्शन का चुनाव कर सकते हैं या फिर डाटा रिस्क के चलते फॉर्म को बीच में छोड़ सकते हैं। क्रोम का यह नया फीचर अक्टूटबर में Chrome 86 के तौर पर ऑफिशियली डेब्यू करेगा और Linux, android और Windows पर Chrome को सपोर्ट करेगा। हालांकि यूजर्स अभी फ्लैग को Chrome://flags से इनेबल्ड कर सकते हैं।