कांग्रेस की महागामा विधानसभा क्षेत्र की विधायक दीपिका पांडेय सिंह मुश्किलों में घिरती नरज आ रही हैं। उनके खिलाफ BJP ने प्राथमिकी दर्ज कराई है। मामला विधायक चुनाव के समय का है। अब जाकर प्राथमिकी दर्ज हुई है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ टिप्पणी करने वाले चैनल के संपादक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए दीपिका पांडेय गोड्डा पुलिस से भिड़ गई थी। इससे नाराज गोड्डा के 5 थाना के थानेदारों ने सार्वजनिक रूप से विरोध का इजहार किया था। दीपिका के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होना पुलिस के बदले रवैये से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
BJP नेता प्रबोध सोरेन ने दीपिका पांडेय समेत नौ लोगों के खिलाफ शिकायत वाद दायर किया था। ठाकुरगंगटी थाना में महागामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह, रत्नेश सिंह, रंजन सिंह, राजेश लाला, निरंजन पोद्दार, मनमीत पोद्दार, सुबोध यादव पर नामजद प्राथमिकी हुई है। प्राथमिकी में BJP नेता प्रबोध सोरेन ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान मेहरमा और ठाकुरगंगटी प्रखंड के बूथों में चुनाव सामग्री का सत्यापन कर रहे थे, तभी झखरा के चांदा गांव की ओर आने पर उनकी बोलेरो गाड़ी को पीछे से सफेद रंग की स्कॉर्पियो ने ओवरटेक कर रुकवाया गया। उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया। रुपये छीन लिये गये और डायरी फाड़ दी गयी।
प्रबोध सोरेन ने इसके लिए 6 जनवरी 2020 को जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम सह स्पेशल जज गोड्डा की अदालत में शिकायत वाद दायर किया था। इसी आधार पर ठाकुरगंगटी थाना प्रभारी तपन पाणिग्र्रही ने प्राथमिकी दर्ज की है। इस मामले में विधायक दीपिका का कहना है कि BJP के लोग मतदाताओं को बरगलाने के लिये रुपये बांट रहे थे। उस रात की घटना को मैंने सोशल मीडिया पर वायरल किया था। उसी रात ठाकुरगंगटी थाना में शिकायत भी की गयी थी। BJP के गुंडों ने उन पर हमला भी किया था। पूर्व विधायक अशोक भगत ने राजनीतिक साजिश के तहत प्राथमिकी दर्ज करायी है।
गोड्डा जिला कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश यादव सहित जिला कमेटी के अन्य नेताओं ने महागामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह समेत 9 लोगों पर मुकदमा दर्ज कराने पर BJP की कड़ी आलोचना की है। जिला अध्यक्ष ने कहा कि पूर्व विधायक अशोक भगत अपने हार को पचा नहीं पा रहे हैं। विधानसभा चुनाव में जनता ने जब सबक सिखाया तो खिसियानी बिल्ली की तरह भाजपाई अब झूठा केस दर्ज कराकर अपना सिर पटक रहे हैं। उन्होंने कहा कि घटना 22 दिसंबर की रात की है। चुनाव हारने के बाद बौखलाई BJP ने इसके बाद 6 जनवरी को गोड्डा कोर्ट में परिवाद पत्र दायर किया गया जिसमें BJP नेता प्रबोध सोरेन ने झूठे आरोपों के साथ कांग्रेस विधायक सहित 9 लोगों पर उल्टे मारपीट और रुपये छीनने के आरोप लगाए हैं।