जोधपुर- राजस्थान में चल रहे सियासी घमासान के बीच प्रदेश में मुख्यमंत्री Ashok Gehlot के करीबियों पर ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय (ED) के छापों की कार्रवाई जारी है। बुधवार सुबह जयपुर से जोधपुर पहुंची ED की टीमों ने मंडोर के पास नौ मील स्थित अग्रेसन गहलोत के घर और उनके प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया है। इस मामले में कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने BJP सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि जब BJP जनता की ओर चुनी हुई सरकार को गिराने में असफल हो जाती है तो ईडी और CBI के छापे शुरू हो जाते हैं। इससे पहले ED की जयपुर और कोटा में हाल ही हुई कार्रवाइयों को लेकर मुख्यमंत्री गहलोत ने सियासी षड़यंत्र के तहत केंद्र सरकार पर दबाव की राजनीति का आरोप लगाया था। उधर, कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ के घर भी ED की एक टीम पहुंची है।
सूत्रों के अनुसार ED की अग्रसेन गहलोत के घर और प्रतिष्ठानों पर यह कार्रवाई कई राज्यों में फर्टिलाइजर स्कैम मामले में हो रही छापेमारी का हिस्सा है। राजस्थान के साथ ही ED मुम्बई, गुजरात और पश्चिम बंगाल में भी फर्टिलाइजर स्कैम को लेकर एक साथ कार्रवाई कर रही है। मुख्यमंत्री Ashok Gehlot के बड़े भाई अग्रसेन गहलोत का फर्टिलाइजर का कारोबार है और जोधपुर में इससे जुड़ी दुकानें और अन्य प्रतिष्ठान हैं। प्रवर्तन निदेशालय की इस छापे में उनकी दुकानों और घर समेत अन्य ठिकानों पर भी कार्रवाई की जा रही है।
क्या कारोबार है सीएम के भाई अग्रसेन का?
मुख्यमंत्री Ashok Gehlot के भाई अग्रसेन का फर्टिलाइजर से जुड़ा काम है। बताया जा रहा है कि साल 1980 से पहले की उनकी दुकान है। ‘अनुपम कृषि’ नाम से इसी प्रतिष्ठान से वो फर्टिलाइजर से जुड़ा काम करते हैं।
मुख्यमंत्री Ashok Gehlot का चुनावी कार्यालय शुरू से यह दुकान ही रहा है। इस दो मंजिला दुकान के ऊपर एक ऑफिस बनाया हुआ है। यहीं से चुनाव के कार्य संपन्न होते रहे हैं। इसी दुकान के बाहर टेंट लगाया जाता है और चुनावी कार्यालय बनाया जाता है। इसके अलावा Ashok Gehlot जब नामांकन पत्र भरने जाते तो इसी दुकान के आगे एक जनसभा को संबोधित करते आए हैं।