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तो क्या जर्मनी में होंगी पाबंदियां ज्यादा सख्त? क्या चीन ने WHO टीम को दी जांच की मंजूरी?

दुनिया में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 9.13 करोड़ के ज्यादा हो गया। 6 करोड़ 52 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 19 लाख 52 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। ये आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus के मुताबिक हैं।

जर्मनी में भले ही वैक्सीनेशन को मंजूरी मिल गई हो लेकिन, सरकार खतरे को लेकर बेहद सतर्क है। आज यहां चांसलर एंजेला मर्केल एक अहम मीटिंग करने जा रही हैं। यह तय माना जा रहा है कि मर्केल सरकार प्रतिबंध ज्यादा सख्त करेगी। दूसरी तरफ, WHO ने चीन के उस फैसले का स्वागत किया है जिसमें उसने संगठन की टीम को देश में वायरस के फैलने की जांच के लिए मंजूरी दी है।

जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल आज एक अहम मीटिंग करने जा रही हैं। इसके पहले लोकल मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि सरकार 1 फरवरी या उससे पहले ही स्कूल, कॉलेज बंद रखने की मियाद 1 फरवरी के बाद भी बढ़ा सकती है। इसके अलावा ट्रैवल लिमिट्स भी तय की जा सकती हैं। मर्केल ने पहले ही साफ कर दिया था कि जर्मनी में फिलहाल किसी तरह का रिस्क नहीं ले सकता क्योंकि हालात खराब होते जा रहे हैं। माना जा रहा है कि नागरिकों को 9 किलोमीटर के दायरे से बाहर जाने की मंजूरी नहीं दी जाएगी। सिर्फ दवा की दुकानें ही खुलेंगी। दूसरे देशों से आने वाले लोगों को 10 दिन आइसोलेशन में रहना होगा। रविवार को यहां 17 हजार नए संक्रमित मिले। इसके साथ मरने वालों का आंकड़ा 465 तक बढ़कर हो गया।

चीन ने रविवार सुबह एक चौंकाने वाला फैसला किया। उसने WHO के एक्सपर्ट्स की टीम को देश में वायरस फैलने की जांच की मंजूरी दे दी। यह इसलिए खास है क्योंकि कई महीने से चीन ने यह मंजूरी नहीं दी थी। अमेरिका ने इस पर कई बार सवाल उठाए थे। हालांकि, चीन ने सिर्फ WHO की टीम को मंजूरी दी है। वो स्वतंत्र विशेषज्ञों की टीम को जांच की मंजूरी देने के लिए तैयार नहीं है। इसमें अमेरिका और यूरोप के एक्सपर्ट्स शामिल हैं।

चीन की राजधानी बीजिंग में एक ट्रेनिंग प्रोग्राम के दौरान हेल्थ वर्कर्स। चीन ने पहली बार WHO की टीम को अपने यहां वायरस फैलने की जांच की मंजूरी दी है। इसके पहले वो किसी भी विदेशी टीम को देश में जांच की इजाजत देने के लिए तैयार नहीं था। (फाइल)
चीन की राजधानी बीजिंग में एक ट्रेनिंग प्रोग्राम के दौरान हेल्थ वर्कर्स। चीन ने पहली बार WHO की टीम को अपने यहां वायरस फैलने की जांच की मंजूरी दी है। इसके पहले वो किसी भी विदेशी टीम को देश में जांच की इजाजत देने के लिए तैयार नहीं था। (फाइल)

रविवार को फिर अमेरिका में एक लाख से ज्यादा नए मरीज अस्पतालों में भर्ती हुए। CNN की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह लगातार 40वां दिन था जब अमेरिका में एक दिन में एक लाख से ज्यादा लोग अस्पतालओं में भर्ती हुए। रविवार को कुल एक लाख 29 हजार 229 लोग अस्पतालों में भर्ती हुए। कोरोना टास्क फोर्स ने एक बार फिर लोगों से अपील में कहा है कि वे सावधानी बरतें। खास तौर पर मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग के पालन को कहा गया है।

फ्रांस सरकार के प्रवक्ता गेब्रियलस एटल ने कहा है कि देश में अब और लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा। यूरोप 1 रेडियो स्टेशन को दिए इंटरव्यू में एटल ने कहा- हमने बहुत संयम के साथ दो लॉकडाउन का पालन किया और कराया है। देश के लोगों की वजह से ही हम हालात को काबू में करने में सफल रहे हैं। लिहाजा, अब और लॉकडाउन की जरूरत नहीं है। लेकिन, हालात न बिगड़ें इसलिए हेल्थ डिपार्टमेंट की गाइडलाइन्स का पालन जरूर करना होगा। वरना हालात फिर खराब हो सकते हैं। फ्रांस सरकार ने बड़े पैमाने पर वैक्सीनेशन प्रोग्राम भी शुरू कर दिया है। इस महीने के आखिर तक 20 लाख लोगों को वैक्सीनेट करने का प्लान बनाया गया है।

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