कोरोना वायरस की वजह से जारी लॉकडाउन ने कई दिहाड़ी मजदूरों और कामगारों की रोजी-रोटी छीन ली है। ऐसे में इन मजदूरों का पलायन लगातार जारी है। इसे लेकर महाराष्ट्र सरकार ने एक अहम फैसला लिया है। जिसके मुताबिक कल यानी सोमवार से राज्य में फंसे लोगों की मदद करने के लिए मुफ्त में बस सेवा की शुरुआत करने का फैसला किया है। आपको बता दें इन फ्री बस सेवा का लाभ केवल वही मजदूर उठा सकेंगे जो महाराष्ट्र में ही एक जिले से दूसरे जिले में जाना चाहते हैं। यानी बसें लॉकडाउन के दौरान लोगों को राज्य के अंदर ही अन्य जिलों में फंसे लोगों को उनके गृह जिले तक पहुंचाएगी। राज्य सरकार ने इस बात की पुष्टी करते हुए कहा कि मांग के आधार पर एक जिले से दूसरे जिले के लिए बसों को चलाया जाएगा। साथ में ये भी कहा कि राज्य के अन्य हिस्सों के लोगों, जिसमें मजदूर-कामगार, छात्र और श्रद्धालुओं को विशेष परिस्थितियों का ध्यान रखते हुए उन्हें उनके घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही ये भी सुनिश्चित किया जाएगा कि कोरोना वायरस का प्रसार न हो। वही कोरोना वायरस से जुड़े सभी गाइडलाइन का ध्यान रखा जाएगा। अपको बता दें सरकार ने ये भी साफ किया कि जो लोग इस वक्त कोरोना के रेड जोन में रह रहे हैं वो इस सेवा का लाभ नहीं उठा सकेंगे यानी उनके लिए ये फ्री बस सेवा नहीं है।
आपको बता दें महाराष्ट्र सरकार की ओर से ये भी साफ कहा गया कि अन्य जगहों पर, जो लोग अपने घर जाना चाहते हैं, उन्हें राज्य के कलेक्टर से अनुमति लेनी होगी। ऐसे 22 लोगों की एक लिस्ट संबंधित नोडल अफसर के पास जमा की जाएगी और उसी के मुताबिक एक बस का प्रबंध किया जाएगा। एक सीट पर सिर्फ एक ही व्यक्ति को बैठने की अनुमति होगी और हर यात्री को मास्क पहनना होगा और बस पर सवार होने से पहले अपने हाथ साफ करने होंगे। वहीं यात्रा से पहले और बाद में बसों को भी सैनिटाइजर का छिड़काव कर कीटाणुमुक्त किया जाएगा और सामाजिक दूरी से जुड़े सभी नियमों का यात्रा के दौरान पालन करना होगा।
आपको बता दें महाराष्ट्र में शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 1165 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों का आंकड़ा 20,228 पर पहुंच गया. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि पिछले 24 घंटों में 48 संक्रमित मरीजों की मौत हो गई जिसके बाद राज्य में मृतक संख्या 779 पर पहुंच गई।