जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटे अभी एक साल भी पूरे नहीं हुए कि केंद्र की मोदी सरकार ने एक बार फिर से संकेत दिया है कि कश्मीर में फिर से कुछ बदलाव होने वाले हैं। आपको बता दें कोरोना के इस संकट काल के बीच हाल ही में भारत ने पीओके यानी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर गिलगिट-बाल्टिस्तान के मौसम की भविष्यवाणी की। यानी सीधे तौर पर भारत का ये कदम पीओके को भारत में फिर से शामिल करने की ओर पहला कदम माना जा रहा है। इसका सीधा अर्थ है कि जल्द ही एक बार फिर से जम्मू-कश्मीर में कुछ बड़े बदलाव हो सकते हैं।
आपको बता दें गुट निरपेक्ष देशों के वर्चुअल सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद का जिक्र किया था और पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि कुछ लोग आतंक का जानलेवा वायरस, फर्जी खबरें और फर्जी वीडियो फैलाने में लगे हैं।
हाल ही में भारतीय मौसम विभाग ने जम्मू और कश्मीर के मौसम का पूर्वानुमान जारी किया था जिलमें मौसम विभाग ने जम्मू और कश्मीर के मौसम संबंधी सबडिवीजन के उल्लेख में बदलाव किया था। बता दें इस बार सबडिवीजन में जम्मू-कश्मीर, लद्दाख के साथ साथ गिलगिट-बाल्टिस्तान, भी मुजफ्फराबाद के रूप में शामिल किया गया था। मौसम विभाग ने पाकिस्तान को पीओके समेत गिलगिट-बाल्टिस्तान के मौसम की चेतावनी देना शुरू कर दिया है। इस संकेत से ये साफ हो गया है कि जल्द ही पीओके समेत गिलगिट-बाल्टिस्तान भी भारत में शामिल हो जाएगा। आपको बता दें भारत की ओर से ऐसे पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले के बाद किया है जब पाक सुप्रीम कोर्ट ने गिलगिट-बाल्टिस्तान में चुनाव के लिए पाकिस्तान को इजाजत दे दी थी। यानी भारत की ओर पाकिस्तान को ये साफ कर दिया गया कि पीओके भारत का हिस्सा है और इस पर से पाकिस्तान अपना अधिकार जताना बंद कर दे।