देश में जिस तरह कोरोना वायरस के मरीजों की तादाद बढ़ रही है उसे देखते हुए देशभर के वैज्ञानिकों ने इस वायरस को खत्म करने के लिए दवाओं और वैक्सीन बनाने पर काम शुरू कर दिया है। इसी कणी में भारत में भी वैक्सीन पर काम शुरू हो चुका है। आपको बता दें इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च यानी आईसीएमआर ने भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड के साथ मिलकर देश में ही कोविड-19 के लिए वैक्सीन तैयार करने की दिशा में काम शुरू कर दिया है। कोरोना वायरस की वैक्सीन तैयार करने के लिए पुणे के लैब से वायरस स्ट्रेन को भारत बायोटेक को भेज दिया गया है। अगर वैक्सीन तैयार हो जाती है तो इसका जानवरों पर ट्रायल किया जाएगा। जानवरों पर ट्रायल सफल होने के बाद इंसानों पर इसका ट्रायल किया जाएगा।
आपको बता दें इससे पहले पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) में भी Covid-19 वैक्सीन इजाद करने का काम शुरू कर दिया था, और वैज्ञानिको ने ये दावा भी किया था कि Covid-19 वैक्सीन का ट्रायल भी जल्द शुरू किया जाएगा। बता दें SII की टीम ब्रिटेन स्थित ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के डॉक्टर हिल के साथ मिलकर काम कर रही है। इस बारे में SII के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अदार पूनावाला ने कहा था कि अगर वैक्सीन का ट्रायल्स कामयाब रहा तो तीन हफ्ते में Covid-19 वैक्सीन का उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा। इसके पहले SII की ओर से एक प्रेस रिलीज भी जारी किया था जिसमें SSI के आगे का प्लान को स्पष्ट किया गया था। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की ओर से जारी की गई प्रेस रिलीज के अनुसार ”उम्मीद की जाती है कि सितंबर-अक्टूबर तक वैक्सीन बाजार में आ जाएगी। ये उसी सूरत में होगा अगर ट्रायल्स सभी ज़रूरी सुरक्षा मानदंडों और कारगर रहने की गारंटी को लेकर आश्वस्त करने में कामयाब रहे।”
आपको बता दें देश में कोरोना के मरीजों की संख्या दिन-दुगनी रात चौगुनी बढ़ रही है। बीते 9 मई तक देश में कुल कोरोना पॉजिटिस का आंकड़ा लगभग 60 हजार के करीब तक जा पहुंचा है। वहीं मरने वालों की संख्या भी बढ़ रही है बता दें अब तक देशभर में कुल 1,981 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 17 हजार 8 सौ 46 लोग ठीक भी हुए हैं। इन आंकड़ों के हिसाब से स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी यही मान रहे है कि अन्य दूसरे देशों की तुलना में भारत में कोरोना मृत्यु दर काफी कम है, वहीं मरीजों के ठीक होने के आंकड़ों में भी बढ़ोतरी हुई है।