महाराष्ट्र में अपनी सरकार के 100 दिन पूरे होने के मौके पर CM Uddhav Thackeray आज सपरिवार राम की नगरी अयोध्या आकर रामजन्मभूमि में रामलला मंदिर और हनुमानगढ़ी के दर्शन करेंगे। पिछले साल 28 नवम्बर को महाराष्ट्र के CM पद की शपथ लेने वाले ठाकरे 7 मार्च को पत्नी और बेटे के अलावा शिवसेना के अन्य नेताओं के साथ विशेष विमान से अयोध्या पहुंचेंगे।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने हाल ही में उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर महाराष्ट्र के CM और शिवसैनिकों की सुरक्षा और अन्य इंतजामों के बारे में चर्चा की थी। राउत ने शुक्रवार को अयोध्या पहुंच कर इंतजामों का जायजा भी लिया। उद्वव ठाकरे और अन्य विशिष्टजन शनिवार को सुबह 9 बजे अयोध्या पहुंचेंगे जहां से वे सीधे रामलला के दर्शन को कूच कर जाएंगे। रामलला का दर्शन पूजन के बाद वे हनुमानगढ़ी और दूसरे मंदिरों का भी रूख करेंगे।
ठाकरे मुबंई वापस रवाना होने से पहले ठाकरे सपरिवार सरयू आरती में भी जाने वाले थे लेकिन Coronavirus को लेकर जारी दिशा निर्देश की वजह से यह प्लान रद्द कर दिया गया है। इसके अलावा वो कोई जनसभा भी नहीं करेंगे। Coronavirus के खतरे को लेकर दोनों कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं। Coronavirus को देखते हुए सुझाव है कि किसी भी जगह सार्वजनिक स्थल पर भीड़ इकट्ठा होने की स्थिति से बचा जाए।
संजय राउत ने कहा कि उन्होंने खुद उद्घव ठाकरे से बात की जिसके बाद सरयू आरती को स्थगित करने का फैसला लिया गया है। संजय राउत ने बताया कि सरकार की तरफ से जो गाइडलाइन मिली है, उसका अनुपालन होगा। सरयू आरती स्थगित कर दी गई है। कहा कि शिवसेना के करीब दो हजार कार्यकर्ता व सांसद, विधायक भी अयोध्या पहुंच रहे हैं। उन्होंने बताया कि उद्धव ठाकरे राममंदिर निर्माण के लिए कुछ बड़ा ऐलान कर सकते हैं।
राउत ने अपनी पूर्व की मांग को दोहराते हुए कहा कि अयोध्या में सभी पार्टियों को राम मंदिर निर्माण में सहयोग करना चाहिए। कांग्रेसी भी करें व अन्य दल भी करें, ओवैसी भी आएं और रामलला के दर्शन करें, ममता बनजीर् भी अयोध्या आएं और रामलला के दर्शन करें। उनका मानना है कि रामलला का दर्शन एवं मंदिर निर्माण धार्मिक नहीं, राष्ट्रीय कर्तव्य है।
राममंदिर विवाद का फैसला पिछली 9 नवम्बर को आने के बाद उद्वव ठाकरे ने अयोध्या दौरे का एलान किया था लेकिन विधानसभा चुनाव के दौरान BJP के साथ तल्ख रिश्तों और बाद में राकांपा और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने के चलते दौरे में विलंब हुआ। ठाकरे इससे पहले 16 जून को अपनी पार्टी के 18 सांसदों के साथ अयोध्या आये थे।