अभी अमेरिका और तालिबान के बीच शांति समझौते पर हस्ताक्षर हुए एक महीना भी पूरा नहीं हुआ है, और ऐसे में अफगानिस्तान में शुक्रवार को बड़ा आतंकी हमला हुआ। राजधानी काबुल में हुए इस आतंकी हमले में करीब 32 लोगो के मारे जाने की खबर है। दरअसल शुक्रवार को काबुल में एक कार्यक्रम के दौरान कुछ बंदूकधारियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। जिसमें करीब 81 से ज्यादा लोग घायल हो गए। जवाबी कार्रवाई में स्थानीय पुलिस ने दो हमलावरों को ढेर कर दिया। अफगानिस्तान में हुए इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी आईएस ने ली है। वही तालिबान का कहना है कि इस हमले में उसका कोई हाथ नहीं है। आपको बता दें शिया हाजरा नेता अब्दुल अली मजारी की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान इस आतंकी हमले को अंजाम दिया गया उस कार्यक्रम में ज्यादातर शिया मुसलमान शामिल हुए थे। हमला उस वक्त किया गया जब अफगानिस्तान के हाई पीस काउंसिल के चीफ करीम खलीली भाषण दे रहे थे।
बताया जा रहा है कि जिस वक्त ये आतंकी हमला हुआ उससे ठीक पहले कार्यक्रम में अब्दुल्ला अब्दुल्ला समेत अन्य नेता मौजूद थे। ऐसे में माना जा रहा है कि इस आतंकी हमले के निशाने पर अब्दुल्ला अब्दुल्ला समेत अफगानिस्तान के अन्य बड़े नेता थे।