chhatarpur-bageshwar-dham-maharaj-full-story

प‍िता करते थे पुरोह‍ित का काम, 2009 में सुनाई पहली भागवत, जानें बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्‍त्री की पूरी कहानी

मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में बागेश्वर धाम के महाराज पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के चमत्‍कारों को लेकर व‍िवाद इतना बढ़ गया है क‍ि उनके द‍िव्‍य दरबार पर अंधव‍िश्‍वास फैलाने का आरोप लगाया गया है. इसके बाद से राजनीत‍ि हो या धर्मगुरु सभी दो खेमों में बंट गए हैं. कोई उनके समर्थन में बोल रहा है तो कोई उनके ख‍िलाफ बयानबाजी कर रहा है. पर बागेश्‍वर धाम के युवा कथा वाचक का धीरू से शुरू हुआ सफर कैसे पंड‍ित धीरेंद्र शास्‍त्री तक पहुंचा, चल‍िए जानते हैं.

chhatarpur-bageshwar-dham-maharaj-full-story

बागेश्‍वर धाम वाले धीरेंद्र शास्‍त्री का जन्‍म वर्ष 1996 में छतरपुर ज‍िले में हुआ. उनके प‍िता रामकृपाल गर्ग और माता सरोज की तीन संतानें हैं. धीरेंद्र शास्‍त्री का एक छोटा भाई है राम गर्ग और बहन रीता गर्ग. उनका नाम धीरेंद्र गर्ग है और उनकी मां उन्‍हें प्‍यार से धीरू बुलाती हैं.

chhatarpur-bageshwar-dham-maharaj-full-story

धीरेंद्र गर्ग की प्रारंभ‍िक शिक्षा सरकारी स्‍कूल से हुई और इसके बाद उन्‍होंने पास के गांव से ही हाईस्‍कूल और हायर सकेंड़ी की पढ़ाई पूरी की. धीरेंद्र का पर‍िवार बहुत गरीब था और उनके प‍िता पुरोह‍ित का काम क‍िया करते थे. पर‍िवार के चाचा के साथ पुरोह‍ित का काम बांटने के बाद धीरेंद्र गर्ग के पर‍िवार पर आर्थ‍िक संकट छा गया था. इस दौरान उनकी मां ने भैंस का दूध बेचकर अपने पर‍िवार का पालन पोषण क‍िया.

इस बीच धीरेंद्र गर्ग बड़े होने लगे और वह गांव के लोगों को कथा सुनाने लगे और ऐसा करते-करते उन्‍होंने वर्ष 2009 में पहली बार अपने गांव के पास ही पहली भागवत कथा सुनाई. इसके बाद उन्‍होंने अपने गांव के सबसे प्राचीन मंद‍िर ज‍िसमें भगवान श‍िव का ज्‍योर्त‍िल‍िंग है वहां वर्ष 2016 में गांववालों के सहयोग से यज्ञ का आयोजन क‍िया. इस मंद‍िर में महाराज की मूर्त‍ि की स्‍थापना की तब से यह स्‍थान बागेश्‍वर धाम के नाम से जाना जाने लगा.

chhatarpur-bageshwar-dham-maharaj-full-story

श्रीबाला जी महाराज के इस मंद‍िर के पीछे धीरेंद्र कृष्ण शास्‍त्री के दादा सेतुलाल गर्ग संन्‍यासी बाबा की समाध‍ि भी है. जब धीरेंद्र शास्‍त्री यहां कथा करने लगे तो बागेश्‍वर के इस मंद‍िर को लोग बागेश्‍वर धाम कहने लगे. आज हजारों की संख्‍या में लोग यहां दर्शन के ल‍िए पहुंचते हैं.

ऐसा दावा क‍िया जाता है क‍ि धीरेंद्र शास्‍त्री के बागेश्वर धाम में देश दुन‍िया से लोग अपनी समस्‍या लेकर पहुंचते हैं. इस दरबार में आने वाले लोगों के मन की बात को धीरेंद्र शास्‍त्री पहले ही पर्चे पर ल‍िख देते हैं, ज‍िसे सुनकर सब हैरान रह जाते हैं.

बागेश्वर धाम के महाराज की लोकप्रियता इतनी बढ़ गई है कि अब वह अपने बयानों को लेकर भी आये दिन सुर्खियों में बने रहते हैं. वैसे महाराज अपनी कथाओं और बयानों में बुंदेली भाषा का इस्तेमाल जमकर करते हैं.

विश्व का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड कौन सा है? दंतेवाड़ा एक बार फिर नक्सली हमले से दहल उठा SATISH KAUSHIK PASSES AWAY: हंसाते हंसाते रुला गए सतीश, हृदयगति रुकने से हुआ निधन India beat new Zealand 3-0. भारत ने किया कीवियों का सूपड़ा साफ, बने नम्बर 1 Kisi Ka Bhai Kisi Ki Jaan | शाहरुख की पठान के साथ सलमान के टीजर की टक्कर, पोस्टर रिवील