दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) के स्टार गेंदबाज आर अश्विन (R Ashwin) ने उन सभी लोगों को करारा जवाब दिया है जो उनकी खेल भावना को लेकर सवाल उठा रहे थे. दरअसल आईपीएल (IPL 2021) के 41वें मैच में अश्विन और कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान ऑयन मॉर्गन (Eoin Morgan) बीच मैदान पर भिड़ गए थे. समस्या उस समय शुरू हुई जब कोलकाता के फील्डर राहुल त्रिपाठी ने थ्रो फेंकी और गेंद दिल्ली के कप्तान ऋषभ पंत से टकराकर दूर चली गई. अश्विन ने इसके बाद दूसरा रन चुराने का प्रयास किया. मॉर्गन को लगा कि यह ‘खेल भावना’ के अंतर्गत नहीं था और टिम साउथी की गेंद पर जब अश्विन आउट हुए तो उन्होंने उनसे यह बात कही. अश्विन भी बेहद आक्रामक अंदाज में कुछ कहते दिखे और इसके बाद दिनेश कार्तिक ने इस विवाद को खत्म किया. इसके बाद मॉर्गन ने ट्विटर पर अश्विन की आलोचना की और उन्हें पूर्व ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर शेन वॉर्न का भी साथ मिला.
मैच के बाद मॉर्गन ने ट्वीट किया, “मैं जो देख रहा हूं उस पर विश्वास नहीं कर सकता. आईपीएल आने वाले बच्चों के लिए भयानक उदाहरण है. मुझे लगता है कि समय आने पर अश्विन को इसका पछतावा होगा.” अब इस मामले में अश्विन ने सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए अपना पक्ष रखा. उन्होंने पहले ट्वीट में लिखा, ‘जब मैंने फील्डर को थ्रो करते देखा तो मैं दौड़ने के लिए मुड़ा और मुझे नहीं पता था कि गेंद ऋषभ को लगी थी. अगर मैं इसे देखता तो क्या मैं दौड़ूंगा? बेशक मैं करूँगा और मुझे इसकी अनुमति है. क्या मैं मॉर्गन के कहने से खराब हो जाता हूं. नहीं ऐसा नहीं है.”
अश्विन ने अगले ट्वीट में लिखा, “क्या मैंने लड़ाई की? नहीं मैं अपने लिए खड़ा हुआ. वहीं किया जो मुझे मेरे माता-पिता और शिक्षकों ने सिखाया. आप भी अपने बच्चों को अपने लिए खड़ा होना सिखाए. मॉर्गन और साउदी की क्रिकेट की दुनिया में वह जो चाहे उसे सही या गलत मान सकते हैं लेकिन उसूलों की बात करते हुए गलत शब्दों को प्रयोग करने का उनका हक नहीं है. इससे भी ज्यादा हैरानी की बात यह है कि लोग इस पर चर्चा कर रहे हैं और यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या सही है और क्या गलत है.”
अश्विन ने आगे लिखा, “लाखों खिलाड़ी इस खेल से जुड़े हुए हैं जो इस महान खेल को खेलते हैं और अपना करियर बनाते हैं. उन्हें सिखाएं कि खराब थ्रो जो आपको आउट करने के लिए फेंका गया उसपर रन लेकर आप अपना करियर बना सकते हैं. उन्हें यह कहकर भ्रमित न करें कि यदि आप रन लेने से इनकार करते हैं या नॉन-स्ट्राइकर को चेतावनी देते हैं तो आपको एक अच्छा इंसान कहा जाएगा. क्योंकि ये सभी लोग जो आपको अच्छा या बुरा कह रहे हैं, वो पहले ही अपना जीवन यापन कर चुके हैं. या वे वही कर रहे हैं जो कहीं और सफल होने के लिए आवश्यक है.”
रविचंद्रन अश्विन ने आखिरी ट्वीट में लिखा कि मैदान पर दिल से और खेल के नियमों के भीतर खेलें और खेल खत्म होने के बाद हाथ मिलाएं, क्योंकि मुझे यही खेल भावना समझ आती है.