अयोध्या में बाबरी मस्जिद गिराए जाने की 28 वीं बरसी पर पूरे जिले में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। 6 दिसंबर को हुई बाबरी विध्वंस की बरसी के मौके पर प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है। राम जन्मभूमि (Ram Janambhoomi) को जाने वाले सभी मार्गों को सील कर दिया गया है। आने जाने वाले हर व्यक्ति से पूछताछ हो रही है। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर पूरे जिले में पुलिस व सुरक्षा बल द्वारा रूटमार्च भी किया जा रहा है।
वहीं अयोध्या के SSP ने जानकारी दी कि 6 दिसम्बर के दृष्टिगत जनपद में पुख्ता सुरक्षा-व्यवस्था के इंतजाम बहुत कड़े हैं। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है। उन्होंने बताया कि अगर पूरे अयोध्या में COVID नियमों की उल्लघंन कर और कोई भी उकसाने वाली गतिविधि करेगा तो उसके खिलाफ दंगा रोधी नियमों के साथ कड़ा कार्रवाई की जायेगी।
बता दें कि 6 दिसंबर को मुस्लिम समुदाय काला दिवस के तौर पर मनाता है तो वहीं हिंदू समुदाय के लोग इसे शौर्य दिवस के तौर पर मनाते हैं। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए प्रशासन ने सख्ती बनायी है और किसी को भी कोई कार्यक्रम करने की अनुमति नहीं दी गयी है। मालूम हो कि बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में CBIकी स्पेशल कोर्ट ने इसी साल लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी समेत सभी 32 आरोपियों को बरी कर दिया था। कोर्ट ने माना था की बाबरी मस्जिद गिराने के पीछे कोई साजिश नहीं थी।