नये कृषि कानूनों के खिलाफ और दिल्ली बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों के समर्थन में बिहार में सियासत गरम है। शनिवार को तेजस्वी यादव सहित राजद के कई नेताओं ने धरना दिया। प्रतिबंधित एरिया में प्रशासन से बिना अनुमति के धरना-प्रदर्शन करने के आरोप में गांधी मैदान थाने की पुलिस ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, जगदानंद सिंह, वृषिण पटेल, बली यादव समेत 20 नामजद और करीब 450 अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कि है।
इस बात की जानकारी सामने आने के बाद तेजस्वी यादव ने CM नीतीश पर हमला बोला। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि डरपोक और बंधक CM की अगुवाई में चल रही बिहार की कायर और निक्कमी सरकार ने किसानों के पक्ष में आवाज उठाने के जुर्म में हम पर FIR दर्ज की है। दम है तो गिरफ्तार करो, अगर नहीं करोगे तो इंतजार बाद स्वयं गिरफ्तारी दूंगा। किसानों के लिए FIR क्या अगर फांसी भी देना है तो दे दीजिए।
केंद्र सरकार के नये कृषि कानून के खिलाफ आंदोलित किसानों को बिहार के विपक्षी दलों ने भी समर्थन दिया है। इसी क्रम में विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव के नेतृत्व में महागठबंधन के नेताओं और कार्यकर्ता ने शनिवार को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान के बाहर धरना दिया।
गांधी मैदान थाने के प्रभारी रणजीत कुमार वत्स ने बताया कि तेजस्वी यादव की अगुआई में महागठबंधन के नेताओं ने शनिवार को गांधी मैदान में गांधी प्रतिमा के समक्ष धरना दिया, लेकिन प्रशासन की ओर से इसकी अनुमति नहीं मिली थी। इसके बाद गांधी मैदान के गेट नंबर चार पर ही तेजस्वी के नेतृत्व में कार्यकर्ता धरने पर बैठ गये, जिन्हें पुलिस ने काफी हटाने का प्रयास किया। इसे देखते हुए पुलिस ने धरना की अगुआई कर रहे व धरने में शामिल खास नेताओं के खिलाफ एफआइआर दर्ज की है।
वहीं, राजद के प्रवक्ता चितरंजन गगन ने बताया राजद की ओर शुक्रवार को ही प्रशासन से धरना की अनुमति को पत्र भेजा था। रात तक रोक की सूचना नहीं थी। शनिवार करीब नौ बजे मैदान में माइक – दरी लेकर पहंचे RJD कार्यकर्ताओं को फोर्स के साथ मौजूद एडीएम लॉ एंड आर्डर, SDO आदि ने रोक दिया. मैदान को पूरी तरीके से सील कर दिया गया था। किसी को भी जाने की इजाजत नहीं थी।
JDU के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने शनिवार को कहा है कि तेजस्वी यादव ने गांधी मैदान में जाकर कानून-व्यवस्था तोड़ा। साथ ही बिना परमिशन के वहां धरना भी दिया। तेजस्वी यादव ने महात्मा गांधी की भूमि को अशुद्ध कर दिया। उनको पूरे बिहार की जनता के सामने इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। महात्मा गांधी के सामने उन्हें अपने पापों का प्रायश्चित करना चाहिए, जो उन्होंने जीवन भर पाप किया है। उनके परिवार ने जो जीवन भर पाप किया है, उसके लिए कान पकड़कर महात्मा गांधी के सामने माफी मांगें तभी उनका कुछ पाप कम होगा।