देश में Coronavirus के तेजी से बढ़ते संक्रमण को देखते हुए पिछले 24 मार्च से Lockdown चल रहा है। Lockdown के दौरान सभी विमान सेवाओं को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था। 25 मई से 3 महीने के लिए घरेलू विमान सेवाओं को एक बार फिर से खोला गया था और उस समय विमान में सफर करने के लिए किराए की सीमा भी तय की गई थी। हालांकि इस दौरान विमान कंपनियों को उतने यात्री नहीं मिले, जिसकी उम्मीद की जा रही थी। ऐसे में अब 24 अगस्त को 3 महीने की समयसीमा खत्म हो रही है, ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि 24 अगस्त के बाद से इनकी कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है।
इसी बीच अब खबर है कि अगले महीने से कुछ देशों के साथ ट्रैवल बबल बनाने के साथ विमान सेवाओं को फिर से शुरू किया जा सकता है। यहां समझने वाली बात ये है कि आखिर ट्रैवल बबल होता क्या है। Corona महामारी की इस घड़ी में एक देश दूसरे देश से विमान सेवाएं शुरू करने का समझौता करता है। इसके तहत दोनों देश के यात्री एक दूसरे देश में सफर कर सकते हैं। एक देश इस तरह का बबल कई और देशों के साथ भी बना सकता है।
उदाहरण के तौर पर अगर भारत, बांग्लादेश और श्रीलंका के साथ ट्रैवल बबल बनाता है तो इन दोनों देशों के यात्री भारत में सफर करने आ सकते हैं और भारत के यात्री भी इन दोनों देशों में जा सकते हैं। लेकिन अगर भारत अमेरिका के साथ ट्रैवल बबल बनाता है तो वहां के यात्री भारत आकर यहां से श्रीलंका या बांग्लादेश नहीं जा सकेंगे।
सरकार की ओर से अगले महीने कुछ देशों में विमान सेवाएं शुरू करने की योजना है। विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि महामारी से पहले हमारे पास हर दिन 3.5 लाख घरेलू यात्री हुआ करते थे। 25 मई को जब हमने फिर से घरेलू हवाई सेवाओं को शुरू किया उस वक्त हमारे पास 30 हजार यात्री थे। इसके बाद एक दिन में सबसे ज्यादा 72 हजार घरेलू यात्रियों ने विमान से सफर किया है। उन्होंने कहा कि मैं जुलाई के मध्य से पहले 1.5-1.6 लाख घरेलू यात्रियों की उम्मीद कर रहा हूं, जो पूर्व-Corona स्तर का आधा है। ऐसे में विमान कंपनियों को भी काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है।