पहले शपथग्रहण फिर विक्ट्री डे परेड… पुतिन दिखाने वाले हैं पावर शो, अभी और धधकेंगे रूस और यूक्रेन

9 मई की सुबह मॉस्को का रेड स्क्वायर पुतिन के शक्ति प्रदर्शन का मैदान बनने वाला है. हर साल की तरह 9 मई को भी मॉस्को के रेड स्क्वायर पर द्वितीय विश्व युद्ध का विजय दिवस मनाया जाएगा. दूसरी तरफ, चासिव यार बाखमुत की तरह ही खाली करा लिया गया है और इतना निश्चित है कि पुतिन इस बार चासिव यार और अवदिवका में रूसी कब्जे का ऐलान कर सकते हैं.

यूक्रेन युद्ध का आज 800वां दिन है, लेकिन सबसे अहम है युद्ध का 803वां दिन और 805वां दिन क्योंकि इन तीन दिनों में रूस की सेना को परिणाम देना है. जंग की रफ्तार बेहद तेज है क्योंकि अगले 5 दिन रूस के लिए बेहद अहम हैं. खासतौर से रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए. 3 दिन बाद पुतिन अगले कार्यकाल की शपथ लेंगे और 5 दिन बाद विक्ट्री डे की परेड है. इस दिन पुतिन मंच से देश की तरक्की, कामयाबी और शौर्य का बखान करते हैं और दुनिया पुतिन की ताकत व रूस के शक्तिप्रदर्शन को देखती है.

एक बार फिर ऐसे ही पुतिन क्रेमलिन के दफ्तर से निकलेंगे. अपनी लिमोजिन में बैठेंगे. राष्ट्रपति के अगले कार्यकाल की शपथ लेने जाएंगे. क्रेमलिन हॉल में पुतिन रेड कारपेट पर होंगे और कई मेहमान उनके स्वागत में खड़े होंगे. एक और औपचारिक शपथ से ये साफ हो जाएगा कि रूस में पुतिन को चुनाव में कोई हरा नहीं सकता. रूस की सियासत में पुतिन अजेय हैं, लेकिन सवाल है कि पुतिन अपनी सरकार की कामयाबियों के बारे में क्या कहेंगे? रूस की सेना की जीत और यूक्रेन के पराजय का क्यों ब्योरा देंगे?

यूक्रेन में बम की बरसात हो रही है और मॉस्को में 7 और 9 मई के समारोह की तैयारी है. 9 मई की सुबह मॉस्को का रेड स्क्वायर पुतिन के शक्ति प्रदर्शन का मैदान बनने वाला है. हर साल की तरह 9 मई को भी मॉस्को के रेड स्क्वायर पर द्वितीय विश्व युद्ध का विजय दिवस मनाया जाएगा और इसी दिन पुतिन यूक्रेन में रूस के विजय गाथा का बयान भी करेंगे. यही वजह है कि अगले तीन दिनों में रूस की सेना को यूक्रेन में बड़ी जीत हासिल करनी है. कोशिश तेज कर दी गई है.

क्रेमलिन से कमांडर्स को ऑर्डर आया है और कमांडर उसे वॉर में लड़ रहे सैनिकों को तक पहुंचा रहे हैं. संदेश साफ ही कि तीन दिनों में यूक्रेन को ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाना है और इसके लिए पूरा जोर लगाना है. नीपर नदी के किनारे भयंकर जंग चल रही है. रूस अवदिवका पर कब्जे के करीब है, लेकिन यहां यूक्रेन ने क्लस्टर प्रहार से बाजी पलटने की कोशिश की है.

ब्रिटिश इंटेलिजेंस ने किया बड़ा दावा

दूसरी तरफ चासिव यार बाखमुत की तरह ही खाली करा लिया गया है और इतना निश्चित है कि पुतिन इस बार चासिव यार और अवदिवका में रूसी कब्जे का ऐलान कर सकते हैं. खारकीव में भी रूस का बड़ा हमला हुआ. रूस के 2 ड्रोन ने खारकीव के इंफ्रास्ट्रक्चर को भस्म करने की कोशिश की. ग्लाइड बम से कई इमारतों को भी नुकसान पहुंचाया गया. पुतिन अपनी जीत और रूस की सेना के शौर्य का बखान करने वाले हैं, लेकिन उससे पहले ब्रिटिश इंटेलिजेंस ने यूक्रेन युद्ध में रूस को हुए नुकसान का आंकड़ा जारी कर दिया है. रिपोर्ट में रूस के लाखों सैनिकों की मौत बताई गई है.

ब्रिटिश इंटेलिजेंस की रिपोर्ट के मुताबिक, युद्ध में अब तक रूस के साढ़े चार लाख सैनिकों की मौत हो चुकी है. रूस भले ही नाटो के टैंक को कमजोर कह रहा है, लेकिन खुद रूस के 3 हजार टैंक युद्ध में भस्म हो चुके हैं. एंटी टैंक मिसाइलों के प्रहार से यूक्रेन अब तक रूस के 10 हजार बख्तरबंद वाहनों को नष्ट कर चुका है. पैट्रियट और दूसरे एयर डिफेंस की बदौलत यूक्रेन रूस के 109 एयरक्राफ्ट गिरा चुका है. रूस अब तक युद्ध में 136 हेलिकॉप्टर १ गंवा चुका है. उसके ड्रोन की बात करें तो 346 ड्रोन अब तक नष्ट किए जा चुके हैं. ब्लैक सी में उसकी ताकत को चुनौती देते हुए यूक्रेन 23 युद्धपोत को भस्म कर चुका है.

अमेरिकी ATACMS से जबरदस्त प्रहार कर रहा यूक्रेन

वहीं, यूक्रेन अपने घातक ड्रोन और अमेरिकी ATACMS से जबरदस्त प्रहार कर रहा है. बेलरोद में इस गैस स्टेशन भी यूक्रेन ने ड्रोन से अटैक किया. धमाके के बाद यहां आग लग गई. कुछ देर बाद लपटें और तेज हो गईं क्योंकि ड्रोन की टक्कर गैस स्टोर करने वाले कंटेनर से हुई थी. इस हमले में गैस का भंडार जलने के साथ ही एक गैस फिलिंग स्टेशन तबाह हो गया. रूस ने किसी हमले की पुष्टि नहीं की है, लेकिन रूस के खाबरोवस्क एक शॉपिंग सेंटर में अचानक आग लग गई

रूस के व्लादिवोस्तोक की एक फैक्ट्री में भी अचानक आग गई. यहां यूक्रेन ने हमला किया या कोई हादसा हुआ इसका खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन जिस तरह से रूस के कई इलाकों में आग लगी उससे माना जा रहा है कि ये सब यूक्रेन के ड्रोन हमले की वजह से हुआ है. दावा है कि यूक्रेन की 35वीं मरीन कोर ने रूस के सैन्य अड्डे को भस्म कर दिया. यूक्रेन का सबसे बड़ा हमला तो लुहांस्क में हुआ.

अमेरिकी ATACMS मिसाइल से यूक्रेन ने एक ट्रेनिंग ग्राउंड पर हमला किया. क्लस्टर विस्फोटक की वजह से यहां कई धमाके हुए. हमले में 100 से अधिक सैनिकों की मौत का अंदेशा है. अमेरिकी मिसाइल में M74 APAM मिनी बम का इस्तेमाल हो रहा है.

यूक्रेन को और ATACMS की सप्लाई करेगा अमेरिका

इसके अलावा यूक्रेन ने अमेरिकी मिसाइल से रूस के बक कॉम्प्लेक्स और 6 मिसाइलों को भी भस्म कर दिया. इ कामयाबी के बाद अमेरिका ने ऐलान किया है कि वो जल्द ही यूक्रेन को और ATACMS की सप्लाई करेगा. अमेरिका किसी तरह रूस पर दबाव बनाने की कोशिश में है ताकि रूस को बड़ी जीत हासिल न हो सके. पिछले साल विक्ट्री डे परेड को फीका करने के लिए मॉस्को में कई ड्रोन हमले किए गए थे. इसलिए उम्मीद है कि इस बार फिर यूक्रेन 7 और 9 मई को रूस की राजधानी पर बड़ा प्रहार कर सकता है.

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