महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर 2 अक्टूबर (बुधवार) को राजधानी लखनऊ की सड़कें नेताओं की पदयात्रा और अनशन की गवाह बनेंगी। एक तरफ जहां योगी आदित्यनाथ सरकार गांधी की 150वीं जयंती को यादगार बनाने के लिए यूपी विधानमंडल का 36 घण्टे का विशेष सत्र चला रही होगी। उसी समय समाजवादी पार्टी राजधानी में प्रदर्शन कर रही होगी। वहीं दूसरी ओर प्रियंका गांधी की अगुवाई में कांग्रेसी कार्यकर्ता पदयात्रा कर रहे होंगे। गांधी जयंती पर इन राजनीतिक हलचलों को लेकर सबसे ज्यादा प्रशासन की परीक्षा होने वाली है। अधिकारियों ने मंगलवार से ही व्यवस्थाओं को चैक-चैबंद करने का काम भी शुरू कर दिया है।
महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर 2 अक्टूबर (बुधवार) को राजधानी लखनऊ की सड़कें नेताओं की पदयात्रा और अनशन की गवाह बनेंगी। एक तरफ जहां योगी आदित्यनाथ सरकार गांधी की 150वीं जयंती को यादगार बनाने के लिए यूपी विधानमंडल का 36 घण्टे का विशेष सत्र चला रही होगी। उसी समय समाजवादी पार्टी राजधानी में प्रदर्शन कर रही होगी। वहीं दूसरी ओर प्रियंका गांधी की अगुवाई में कांग्रेसी कार्यकर्ता पदयात्रा कर रहे होंगे। गांधी जयंती पर इन राजनीतिक हलचलों को लेकर सबसे ज्यादा प्रशासन की परीक्षा होने वाली है। अधिकारियों ने मंगलवार से ही व्यवस्थाओं को चैक-चैबंद करने का काम भी शुरू कर दिया है।
गांधी जयंती पर केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी अपने संसदीय क्षेत्र
में होंगे। यहां वह एक पदयात्रा का शुभारंभ करेंगे। राजनाथ सिंह करीब 5
घण्टा लखनऊ में रहेंगे। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी इस मौके पर लखनऊ
में उपस्थित रहेंगी। यहां वह कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ 4 किलो मीटर तक
पैदल यात्रा करेंगी।
राजनीतिक पार्टियों की इन कार्यक्रमों के चलते बड़ी
संख्या में लोगों का हुजूम भी उमड़ेगा। जिससे कानून व्यवस्था के साथ ही
यातायात व्यवस्था संभालना चुनौती होगी। फिलहाल प्रशासन ने तैयारियों को
लेकर बैठक की है और रणनीति बना ली है।