कोरोना वायरस के संक्रमण से इस वक्त दुनियां के 213 देश परेशान हैं। अबतक 66 लाख से ज्यादा लोग इस जानलेवा वायरस की चपेट में हैं। तो वहीं मौत का आंकड़ा 4 लाख तक पहुंचने की कगार पर है। ऐसे में अमेरिका, ब्रिटेन, रूस समेत अन्य कई देश कोरोना वायरस की वैक्सिन बनाने में लगें हैं। इसी बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि अमेरिका के पास कोरोना के वैक्सिन के दो मिलियन से ज्यादा डोज तैयार हो चुके हैं। अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप में कोरोना महामारी और इसकी वैक्सीन को लेकर हुई एक आधिकारिक मीटिंग के बाद कहा कि ”हमने कोविड-19 की वैक्सिन को लेकर एक बैठकर की है और हम इस मामले में काफी बेहतर काम कर रहे हैं। वैक्सिन को लेकर हम काफी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। अगर वैक्सिन सुरक्षा जांच में पास हो जाती है तो वैक्सिन का ट्रांसपोटेशन शुरू किया जाएगा। हमने इसके दो मिलियन के ज्यादा डोज तैयार कर रखे हैं।”
आपको बता दें इससे पहले अमेरिका की दवा कंपनी मॉडर्ना ने कोरोना वैक्सीन को लेकर दावा किया था कि वैक्सीन बनाने की प्रक्रिया में एक अहम चरण पार कर लिया है। कोरोना वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल शुरू कर दिया है और ह्यूमन ट्रायल के नतीजे भी काफी बेहतर मिले हैं। जिसके बाद जुलाई में वैक्सीन के ट्रायल का तीसरा चरण शुरू हो जाएगा। अगर इसका तीसरा ट्रायल भी सफल रहा तो मॉडर्ना कंपनी वैक्सीन का लाइसेंस हासिल कर लेगी।
इसके साथ ही अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना पहली दवा कंपनी है जिसने अपनी आरएनए आधारित वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल किया था। मॉडर्ना कंपनी आरएनए आधारित वैक्सीन mRNA-1273 के मानव परीक्षणों की घोषणा करने और उसे अंजाम देने वाली पहली अमेरिकी कंपनी थी। इस कंपनी ने अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिजीज के नेतृत्व में पहली बार पहले चरण का मानव परीक्षण किया था जो सफल साबित हुआ था।