धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में लिप्त भगोड़े कारोबारी विजय माल्या ने बीते सोमवार को भारत प्रत्यर्पण के आदेश के खिलाफ ब्रिटेन के उच्च न्यायालय में अपील खारिज होने के बाद अब उसने ब्रिटेन की सर्वोच्च न्यायालय यानी ब्रिटिश सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने की इजाजत मांगी थी। बता दें पिछले महीने यानी 20 अप्रैल को ही माल्या की भारत प्रत्यर्पण के आदेश के खिलाफ याचिका को हाई कोर्ट ने खारिज कर दिया था।
बता दें 64 वर्षीय भगोड़े कारोबारी विजय माल्या मार्च 2016 से ही ब्रिटेन में हैं और अप्रैल 2017 से प्रत्यर्पण वारंट पर गिरफ्तारी के बाद जमानत पर हैं। माल्या के प्रत्यर्पण मामले में भारतीय जांच एजेंसियों का प्रतिनिधित्व कर रही यूके क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस के प्रवक्ता ने भी माल्या की तरफ से याचिका मिलने की पुष्टि की है। ये भी कहा है कि उनके पास इस पर जवाब देने के लिए 14 मई तक का समय है।
विजय माल्या ने इससे पहले अदालत में कहा था कि उसके और अन्य के खिलाफ आरोप केवल 2009 में आईडीबीआई बैंक से कुल 900 करोड़ रुपये के उधार की तीन किस्तों से संबंधित हैं।