पाकिस्तान (pakistan) में इमरान सरकार का जाना लगभग तय माना जा रहा है जिसे बचाने के लिए इमरान खान कई कोशिशें कर रहे हैं। इस बीच आज पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान (imran khan) शाम करीब 4 बजे जनसभा को संबोधित करने वाले हैं। तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) के सीनेटर फैसल जावेद खान ने यह जानकारी दी है। फैसल जावेद खान ने अपने ट्वीट में कहा कि इस्लामाबाद के परेड एवेन्यू में जनसभा दोपहर 3 बजे शुरू होगी और पीएम इमरान खान ( PM imran khan) के शाम 4 बजे के आसपास ऐतिहासिक सभा को संबोधित करने की उम्मीद है।
बड़े प्रशासनिक फैसले की कर सकते हैं घोषणा
जैसे-जैसे अविश्वास प्रस्ताव के पेश होने की तारीख पास आ रही है पाक पीएम अपनी कुर्सी बचाने के लिए हाथ पैर मारना तेज कर चुके हैं। इस बीच कुछ मीडिया टिप्पणीकारों का अनुमान है कि इमरान लोगों में अपनी छवी सुधारने के लिए आज की जनसभा में किसी बड़े प्रशासनिक निर्णय की घोषणा कर सकते हैं। गौरतलब है कि इस्लामाबाद में पीपीपी के लंबे मार्च के बाद 8 मार्च को विपक्षी दलों द्वारा इमरान खान (imran khan) के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया है जिसका फैसला कल हो सकता है।
पीटीआइ और विपक्षी दल दोनों को रैली की मिली इजाजत
बता दें कि विशेष रूप से स्थानीय प्रशासन ने 27 मार्च को पाक की राजधानी में विभिन्न स्थानों पर पावर शो आयोजित करने के लिए सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) और विपक्षी दल जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम फजल (जेयूआई-एफ) को एनओसी जारी किया है। रैली के मद्देनजर सुरक्षा बनाए रखने के उद्देश्य से इस्लामाबाद पुलिस ने अपने ट्विटर हैंडल से यातायात योजना को साझा करते हुए कहा कि सामान्य यातायात को रेड जोन में खोलने का फैसला किया है। इसके अलावा, यातायात को कश्मीर चौक से रावल बांध चौक तक प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी और मेट्रो-बस सेवा निलंबित रहेगी। दो शहरों इस्लामाबाद और रावलपिंडी में मेट्रो बस सेवा अनिश्चित काल के लिए निलंबित कर दी गई है।
विपक्ष को सरकार गिरने का भरोसा
बता दें कि एक ओर इमरान खान (imran khan) सरकार बचाने को तामाम कोशिशें कर रहे हैं वहीं विपक्ष को भरोसा है कि कल उसके अविश्वास प्रस्ताव को सफलता मिलेगी क्योंकि पीटीआइ के कई विधायक पीएम इमरान खान (PM imran khan) के खिलाफ खुलकर सामने आए हैं। दूसरी ओर एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने सूत्रों का हवाला देते हुए कहा है कि सत्ताधारी दल के कम से कम 50 मंत्री राजनीतिक मोर्चे से ‘लापता’ हो गए हैं जिसके सरकार गिरने के आसार ज्यादा लग रहे हैं।