सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले की जांच अब CBI के पसा है। बिहार सरकार ने सुशांत की आत्महत्या मामले की जांच CBI से कराने की सिफारिश मंगलवार को केन्द्र सरकार से की थी। बिहार सरकार की इस सिफारिश को केन्द्र सरकार ने स्वीकार कर लिया। उधर, सुप्रीम कोर्ट में एक सुनवाई के दौरान सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने शीर्ष न्यायालय को सूचित किया कि केंद्र सरकार ने इस मामले की CBI जांच के लिए बिहार सरकार की सिफारिश स्वीकार कर ली है।
पटना, दिल्ली या मुंबई में हो सकता है री रजिस्ट्रेशन –
पटना के राजीव नगर थाने में दर्ज केस संख्या 241/20 को आधार बनाकर CBI अपने यहां मामले का री रजिस्ट्रेशन करेगी। CBI की दिल्ली, पटना या मुंबई ब्रांच इससे जुड़ी कार्रवाई कर सकती है। जरूरी नहीं कि CBI पटना में ही मामला दर्ज करें। जानकारों के मुताबिक CBI के ऊपर निर्भर है कि वह दिल्ली, मुंबई और पटना में कहां मामला दर्ज करती है। संभावना है कि जल्द ही इस मामले की CBI अपनी जांच शुरु कर देगी। एक-दो दिन में बिहार पुलिस से केस के रिकॉर्ड मांगे जा सकते हैं।
सीबीआई की स्पेशल क्राइम ब्रांच को जांच का जिम्मा –
माना जा रहा है कि इसके बाद अब CBI की स्पेशल क्राइम ब्रांच को जांच का जिम्मा सौंपा जाएगा। अपराध से जुड़े इस तरह के मामलों की जांच स्पेशल क्राइम ब्रांच ही करती है। बिहार सरकार ने सुशांत की आत्महत्या मामले की CBI जांच की सिफारिश उनके पिता केके सिंह की मांग पर की। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा था कि सुशांत के पिता की मांग पर CBI जांच की अनुशंसा केन्द्र सरकार को भेजी गई है।
जानें सुशांत सिंह मामले में कब क्या हुआ –
14 जून- मुंबई के बांद्रा स्थित फ्लैट में मृत पाए गए सुशांत सिंह राजपूत
25 जुलाई- पिता ने पटना के राजीवनगर थाना में दर्ज कराया एफआईआर
27 जुलाई- जांच के लिए पटना पुलिस की चार सदस्यीय टीम मुंबई पहुंची
2 अगस्त-मुंबई में IPS अफसर विनय तिवारी को किया गया क्वारंटाइन
3 अगस्त- CM नीतीश कुमार ने महाराष्ट्र सरकार की कार्रवाई पर आपत्ति जताई
3 अगस्त- सुशांत सिंह के रिश्तेदार विधायक नीरज बबलू ने CM से की बात
4 अगस्त- सुशांत सिंह के पिता केके सिंह ने CBI जांच के लिए CM को पत्र लिखा
4 अगस्त- CM नीतीश कुमार के निर्देश पर राज्य सकार ने केस की जांच CBI की सिफारिश की
5 अगस्त- केन्द्र सरकार ने बिहार सरकार की सिफारिश स्वीकार की