उत्‍तर भारत में भीषण ठंड के आसार, दक्षिणी राज्‍यों में 1 दिसंबर से हो सकती है भारी बारिश

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने रविवार को कहा कि उत्तर भारत (North India) में इस बार अधिक कड़ाके की सर्दी पड़ सकती है और ज्यादा शीत लहर चल सकती हैं। IMD ने दिसंबर से फरवरी के लिए अपने सर्दियों के पूर्वानुमान में कहा कि उत्तर और मध्य भारत में न्यूनतम तापमान सामान्य से कम रहने की संभावना है। महापात्र ने कहा, ‘उत्तर भारत में इस मौसम में अधिक कड़ाके की सर्दी पड़ने की संभावना है।’ उन्होंने कहा कि उत्तर भारत में रात का तापमान सामान्य से कम रह सकता है, वहीं दिन का तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है।

उत्तर भारत के ज्यादातर हिस्सों में सर्दी पड़ रही है और कश्मीर के विख्यात पर्यटन स्थल गुलमर्ग में शनिवार को पारा शून्य से 5.6 डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया वहीं मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि दक्षिणी राज्यों में एक दिसंबर से भारी बारिश हो सकती है। आंध्रप्रदेश के चित्तूर और कडपा जिलों में चक्रवात ‘निवार’ की वजह से हुई भारी बारिश और इस वजह से आई बाढ़ के कारण पिछले तीन दिनों में आठ लोगों की मौत हो गई है। राज्य सरकार ने शनिवार को बताया कि चित्तूर जिले में छह और कडपा जिले में दो लोगों की मौत हुई है।

वहीं हिमाचल प्रदेश में पिछले 24 घंटे से मौसम शुष्क बना हुआ है और यहां पारा एक या दो डिग्री सेल्सियस बढ़ा है। लाहौल और स्पीति का प्रशासनिक केंद्र केलोंग राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा और वहां पारा शून्य से 9.5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। वहीं हरियाणा और पंजाब में तापमान सामान्य से कुछ अधिक रहा। राज्य की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में न्यूनतम तापमान 8.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उत्तर प्रदेश में भी मौसम शुष्क बना रहा और दूरदराज के क्षेत्रों में आंशिक से मध्यम स्तर पर कोहरा छाया रहा. मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि दक्षिण अंडमान सागर और बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने और इसके 48 घंटे में गहरे दबाव वाले क्षेत्र में तब्दील होने तथा तमिलनाडु तट की तरफ बढ़ने के आसार हैं। इससे दक्षिणी राज्यों में एक दिसंबर से भारी बारिश की आशंका है. यह दक्षिणी तमिलनाडु तट पर दो दिसंबर को पहुंच सकता है।

राष्ट्रीय राजधानी में पिछले दस वर्षों में इस वर्ष नवंबर में सबसे ज्यादा ठंड पड़ी है और इस वर्ष नवंबर के महीने में औसत न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा है। दिल्ली में वैसे नवंबर महीने का औसत न्यूनतम तापमान 12.9 डिग्री सेल्सियस होता है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के आंकड़ों के अनुसार एक नवंबर से 29 नवंबर तक शहर में औसत न्यूनतम तापमान 10.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जो करीब एक दशक में सबसे कम तापमान है। पिछले वर्ष औसत न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस, वर्ष 2018 में 13.4 डिग्री सेल्सियस और वर्ष 2017 तथा 2016 में यह 12.8 डिग्री सेल्सियस रहा।

रविवार को दिल्ली का न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इस माह यह सातवां दिन है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को भी न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। गौरतलब है कि 23 नवंबर को राष्ट्रीय राजधानी में न्यूनतम तापमान 6.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो नवंबर 2003 के बाद से अब तक का सबसे कम तापमान है जब न्यूनतम तापमान 6.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

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