पिछले दो महीने उत्तर प्रदेश के कई जनपदों के लिए काफी भारी रहे, बाढ़ व अतिवृष्टि के चलते लगभग 560 करोड़ रुपये से अधिक के नुकसान का आंकलन किया गया है। अब राज्य सरकार ने जिलों से नुकसान की रिपोर्ट आने के बाद केंद्र से आर्थिक सहायता मांगने से जुड़ी कार्यवाही शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री को इस संबंध में प्रस्ताव भेजा गया है।
उत्तर प्रदेश में इस साल बाढ़ व अतिवृष्टि से करीब 48 जिलों में नुकसान हुआ है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारियों को पिछले दिनों जल्द से जल्द बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए थे। प्रदेश के 75 में से 72 जिलों की रिपोर्ट अब तक आ चुकी है।
बाढ़ से प्रदेश के करीब 1300 गांवों की करीब साढ़े सात लाख की आबादी के सीधे प्रभावित होने की बात सामने आई है, किसानों की फसलों को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है साथ ही मवेशियों की मौत का आंकड़ा भी काफी ज्यादा है, इसके साथ घर और सामान की जो हानि हुई वो अलग से।
प्रदेश सरकार ने किसानों के नुकसान का आकलन करते हुए 358 करोड़ रुपये से अधिक की राशि किसानों को सहायता के लिए केंद्र से मांगने का प्रस्ताव तैयार किया है।