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क्या छिड़ने वाला है ‘महायुद्ध’? अमेरिका ने अपने नागरिकों को बेलारूस छोड़ने को कहा

अमेरिका ने अपने नागरिकों को तुरंत बेलारूस खाली करने को कहा है. बेलारूस की राजधानी मिंस्क में मौजूद अमेरिकी दूतावास की तरफ से नोटिस जारी कर कहा गया है के वे तुरंत बेलारूस छोड़कर चले जाएं. नागरिकों को कहा गया है कि वे बेलारूस छोड़ने के लिए पोलैंड या रूस का रास्ता ना चुनें. नोटिस में नागरिकों को लातविया और लिथुआनिया बॉर्डर या फिर हवाई मार्ग से निकलने की सलाह दी गई है. तनाव का अंदाजा ऐसे लगाया जा सकता है कि बेलारूस की सीमा से लगे यूरोपीय देशों के बॉर्डर बंद हो रहे हैं.

बेलारूस से सीमा साझा करने वाले लिथुआनिया ने भी अपने नागरिकों से कहा है कि वे बेलारूस की यात्रा करने से बचें. लिथुआनिया के विदेश मंत्रालय का कहना है कि बेलारूस के अधिकारियों का रवैया लिथुआनियाई नागिरकों के प्रति अच्छा नहीं है. नागरिकों को वहां खतरा है. लिथुआनियाई नागरिकों को गैर-जरूरी तरीके से गिरफ्तार किया जा रहा है. सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि उन पर बेबुनियादी आरोप भी लगाए जा रहे हैं. इस वजह से नागरिकों को यात्रा से बचने को कहा गया है.

लुकाशेंको ने दी परमाणु हमले की धमकी
दरअसल, बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने हाल ही में धमकी देते हुए कहा कि अगर नाटो देशों ने उनके देश की सीमा पर आक्रामक रुख अपनाया, तो वह इसके जवाब में परमाणु हमला कर देंगे. दरअसल, पोलैंड, लिथुआनिया और लातविया ने बेलारूस में वैगनर ग्रुप के लड़ाकों की मौजूदगी को लेकर चिंता जताई थी. उनका कहना था कि बेलारूस को वैगनर लड़ाकों को हटाना चाहिए. इसके जवाब में ही लुकाशेंको ने परमाणु हमले की धमकी दे डाली.

रूस ने दिए परमाणु हथियार
मीडिया रिपोर्ट्स की के मुताबिक, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जून में बेलारूस को परमाणु हथियार दिए, ताकि वह इसके जरिए नाटो देशों को धमका सके. रूस और बेलारूस एक-दूसरे के दोस्त हैं. यही वजह है कि दोस्ती की खातिर परमाणु हथियार दिए गए हैं. हालांकि, अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है कि रूस ने कितने परमाणु हथियारों को बेलारूस पहुंचाया है. लुकाशेंको खुद इस बात की पुष्टि कर चुके हैं कि उनके देश में परमाणु बम मौजूद हैं.

क्यों मंडरा रहा महायुद्ध का खतरा?
बेलारूस ने जिस तरह से अपने पड़ोसी मुल्कों को धमकाया है. वह चिंता की बात है. इसकी सबसे बड़ी वजह है कि पौलेंड, लिथुआनिया और लातविया नाटो के सदस्य हैं. ऐसे में आक्रोश में आकर लुकाशेंको ने इन मुल्कों पर परमाणु हमला कर दिया, तो नाटो के आर्टिकल 5 के तहत इसके सभी सदस्य बेलारूस पर हमला बोल सकते हैं.

सिर्फ इतना ही नहीं, अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस जैसे मुल्कों के पास परमाणु हथियार भी हैं, जिनके जरिए हमला किया जा सकता है. महायुद्ध का खतरा इसलिए भी मंडरा रहा है कि अगर नाटो ने बेलारूस पर हमला किया, तो उसकी मदद के लिए दोस्त रूस जरूर आएगा. इस हालात में नाटो बनाम रूस-बेलारूस की लड़ाई शुरू हो जाएगी.

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