तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) अपनी पत्नी रचेल (Rachel Tejashwi) उर्फ राजश्री के साथ सोमवार की देर शाम दिल्ली से पटना पहुंचे। इसी के साथ बिहार में समर्थकों की बेकरारी खत्म हुई। हवाई अड्डे पर राजद कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ ने बैंड-बाजों एवं नारों के साथ उनका स्वागत किया। उत्साहित समर्थकों ने फूल भी बरसाए। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने पार्टी के सभी विधायकों एवं प्रमुख नेताओं को राबड़ी देवी के आवास में तेजस्वी एवं दुल्हन के आने से पहले ही आमंत्रित कर लिया था। एक एक कर कई नेता आए। जाहिर है आवास में दुल्हन के स्वागत की जोरदार तैयारी थी। नई दुल्हन का परंपरागत तरीके से स्वागत किया गया। इसके लिए आवास में पहले ही फूल माला का इंतजाम कर लिया गया था। गांव से बुलाई गई महिलाओं ने मंगल गीत गाए। बेटे और बहु के आगमन को लेकर राबड़ी आवास को विशेषतौर पर सजाया गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव जहां बैठकर नेताओं से मिला करते थे वहां साज-सज्जा की गई है। बड़ी संख्या में विधायक फूलों का गुलदस्ता लेकर 10 सर्कुलर रोड पहुंच गए हैं। लालू परिवार की परंपरा से अलग दिल्ली में बिना शोर-शराबे के हुई शादी के बाद अब पटना में बहू भोज का आयोजन होना है। इसमें सभी प्रमुख लोगों को आमंत्रित किया जाना है। हालांकि बहू भोज में खरमास की अड़चन है, जो मंगलवार से शुरू होने वाला है। ऐसे में एक महीने का इंतजार करना होगा। राबड़ी देवी ने कह दिया है कि मकर संक्रांति के बाद ही परिवार में कोई शुभ कार्य होगा। खरमास को देखते हुए पहले कहा जा रहा था कि दुल्हन के साथ तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) का पटना आगमन अब नए साल में ही होगा। किंतु यह लंबा फासला था। एक राजनीतिक व्यक्ति के लिए अपने कर्म क्षेत्र से महीने भर दूर रहना संभव नहीं था। लिहाजा पंडितों और पुरोहितों की राय ली गई। सहमति बनी कि खरमास शुरू होने से पहले तेजस्वी पटना पहुंच जाएं।