बाबरी मस्जिद (को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद अयोध्या के रौनाही में सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को पांच एकड़ जमीन दी गई है। लेकिन पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया पर मस्जिद निर्माण से जुड़ी तमाम खबरें वायरल की जा रही हैं। सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने इन तमाम खबरों को भ्रामक बताया है। इससे जुड़ी अफवाहों पर विराम लगाते हुए बोर्ड ने कहा कि इस पांच एकड़ जमीन पर सुन्नी सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड बाबर के नाम पर कोई भी मस्जिद और कोई भी हॉस्पिटल नहीं बनाएगा।
सोशल मीडिया पर लगातार चल रही भ्रामक खबरों पर सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के सचिव और प्रवक्ता अतहर हुसैन ने NVR24 के साथ बातचीत में इस बात को साफ कर दिया है। उन्होंने कहा कि फिलहाल अभी वहां पर निर्माण शुरू नहीं हो सकता। कागजी कार्रवाइयों को पूरा करने के बाद सबसे पहले हम निर्माण के लिए बनाए गए संपूर्ण ट्रस्ट के गठन की ओर बढ़ रहे हैं।
सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड इस ट्रस्ट में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। निर्माण संबंधी तमाम जिम्मेदारियां इसी ट्रस्ट के जिम्मे होंगी। ट्रस्ट में अधिकतम 15 सदस्यों को रखा जाना है, जिनमें से महज 9 सदस्यों के नामों का ही अभी तक एलान हुआ है। अतहर हुसैन ने बताया कि सबसे पहले संपूर्ण ट्रस्ट के नामों का एलान किया जाएगा। उसके बाद ट्रस्ट रौनाही में निर्माण संबंधी तमाम बारीकियों को देखेगा। अतहर हुसैन ने यह भी बताया कि अयोध्या में बनने वाली मस्जिद में इंडो इस्लामिक कल्चरल सेंटर, लाइब्रेरी और तमाम दूसरी चीजों की सुविधाएं होंगी। ताकि इससे देशभर के लोगों को भरपूर फायदा मिले।
रौनाही में अस्पताल पर निर्णय नहीं
वहीं, सोशल मीडिया पर चल रही खबरों का खंडन करते हुए हुसैन ने कहा कि रौनाही में अस्पताल बनेगा या नहीं अभी इस पर फाइनल निर्णय नहीं हुआ है। सोशल मीडिया पर खबर चल रही थी रौनाही में बनने वाले अस्पताल का नाम बाबरी अस्पताल होगा और इसके निदेशक गोरखपुर के निलंबित डॉक्टर डॉ कफील हो सकते हैं। इन्हीं तमाम बातों का खंडन करते हुए अतहर हुसैन ने कहा कि न तो वहां पर बनने वाली मस्जिद का नाम बाबर के नाम पर होगा और न ही वहां पर अस्पताल के नाम को बाबर के नाम पर रखा जाएगा। इसके साथ ही साथ वहां पर निर्माण संबंधित सभी कार्य चरणबद्ध स्थितियों में किए जाएंगे।
इसके साथ ही अतहर हुसैन ने कहा कि वहां पर जब निर्माण शुरू होगा तो इसके शिलान्यास के लिए मुख्यमंत्री को भी निमंत्रण देंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुखिया का जिम्मा होता है कि वह पूरे प्रदेश का सर्वांगीण विकास करें। इसीलिए हम लोग मुख्यमंत्री को निमंत्रण देंगे और मुमकिन उम्मीद है कि मुख्यमंत्री वहां के शिलान्यास के कार्यक्रम में जरूर पहुंचेंगे।