इंडोनेशिया के मुख्य द्वीप जावा में सोमवार को आए भीषण भूकंप और उसके बाद आए झटकों के कारण कई मकान गिर गए हैं. भूकंप जनित हादसों से देश में अभी तक कम से कम 162 लोगों की मौत हुई है जबकि सैकड़ों अन्य घायल हुए हैं.
हताहतों की संख्या जुटा रहे अधिकारी
भूकंप से दर्जनों इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं और अपनी जान बचाने के लिए सड़कों और गलियों में भाग रहे लोगों में से कई घायल और खून से लथपथ नजर आए. अधिकारी देश के सुदूर इलाकों में भूकंप से हताहत हुए लोगों की संख्या के संबंध में अभी जानकारी जुटा रहे हैं.
‘मरने वालों में ज्यादातर बच्चे हैं’
जावा के गवर्नर रिदवान कामिल ने बताया कि मरने वालों की संख्या बढ़कर 162 हो गई है. उन्होंने कहा, ‘मरने वालों में ज्यादातर बच्चे हैं.’ उन्होंने बताया कि भूकंप के वक्त पब्लिक स्कूलों में पढ़ने वाले ज्यादातर बच्चे अपनी पढ़ाई खत्म होने के बाद इस्लामिक स्कूल में तालीम ले रहे थे. सियांजुर में सबसे बड़ी संख्या में इस्लामिक आवासीय स्कूल और मस्जिद हैं.
सियांजपुर में आया 5.4 तीव्रता का भूकंप
कामिल ने कहा, ‘कई इस्लामिक स्कूलों में हादसे हुए हैं.’ अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण ने कहा कि 5.4 तीव्रता का भूकंप पश्चिम जावा प्रांत के सियांजुर क्षेत्र में 10 किलोमीटर (6.2 मील) की गहराई में केंद्रित था. इंडोनेशिया की मौसम एवं जलवायु विज्ञान और भूभौतिकीय एजेंसी के मुताबिक, भूकंप आने के बाद 25 झटके और दर्ज किए गए.
बेहद जबरदस्त था भूकंपः श्रमिक
सियांजुर क्षेत्रीय अस्पताल में उपचाराधीन श्रमिक हसन ने कहा, ‘भूकंप बेहद जबरदस्त था और मैं बेहोश हो गया था. मैंने देखा कि मेरे साथी इमारत से बाहर भाग रहे हैं, लेकिन मुझे निकलने में देरी हो गई और मैं दीवार से टकरा गया.’ सियांजुर में बचाव दल के सदस्यों के अलावा स्थानीय लोग भी राहत एवं बचाव कार्य में मदद करते दिखे. घटना में सैकड़ों लोग घायल हो गए, क्योंकि वे ढह गईं इमारतों की चपेट में आ गए.