पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान कोलकाता में कहां-कहां गड़बड़ी हुई थी, राज्य Elections Commission ने महानगर की पुलिस से इसका ब्योरा मांगा है। आयोग ने पुलिस को यह भी बताने को कहा है कि गड़बड़ी को रोकने के लिए उसकी तरफ से क्या-क्या कदम उठाया गया था।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस बाबत राज्य Elections Commission के कार्यालय से कोलकाता पुलिस मुख्यालय को एक ईमेल भेजा गया है। पुलिस मुख्यालय से उस मेल को कोलकाता के सभी थानों को अग्रसारित कर दिया गया है। पता चला है कि कुछ थानों ने अपनी तरफ से ब्योरा भी लालबाजार भेज दिया है।
सूत्रों ने बताया कि कानून-व्यवस्था चुनाव की तैयारियों का महत्वपूर्ण हिस्सा है इसलिए आयोग इसपर खास ध्यान दे रहा है। संवेदनशील इलाकों पर आयोग की खास नजर है। इस बाबत मैपिंग भी की जा रही है। जिन मतदान केंद्रों पर अधिक या कम वोट पड़े हैं, आयोग उनका डेटा तैयार कर रहा है।
गौरतलब है कि चुनाव के मद्देनजर कई थानों के प्रभारी व अतिरिक्त प्रभारी का तबादला किया जा चुका है। नियम के मुताबिक किसी भी जिले या डिवीजन में 3 साल से अधिक समय से पदस्थ पुलिस कर्मी की वहां वोट के समय तैनाती नहीं की जा सकती। पिछले हफ्ते 79 इंस्पेक्टरों का तबादला किया जा चुका है।
गौरतलब है कि बंगाल विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर राज्य चुनाव अधिकारी ने पिछले दिनों जिलाधिकारियों (डीएम) के साथ महत्वपूर्ण बैठक की थी। बैठक में कोलकाता के 2 डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिसर भी मौजूद थे। राज्य चुनाव आयोग की तरफ से बुलाई गई पहली बैठक में सभी DM से उनके यहां Corona महामारी की मौजूदा स्थिति की जानकारी ली गई थी और उसके अनुसार चुनाव की तैयारियों में जुट जाने के लिए जरूरी दिशानिर्देश दिए गए थे। सभी जिलों के वर्तमान राजनीतिक हालात पर भी चर्चा की गई थी। संवेदनशील इलाकों में पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान के हालात पर गहनता से विचार-विमर्श किया गया था।
राज्य Elections Commission ने मतदाता सूची में संशोधन का काम भी शुरू कर दिया है। पूरे दिसंबर संशोधन का काम चलेगा। इस बाबत राज्य के 78,107 बूथों में हफ्ते में 2 दिन Elections Commission की तरफ से विशेष कैंप लगाए जा रहे हैं।