rajasthan news

कांग्रेस के नेताओं की हाईकमान को सलाह,पायलट को यूपी में करें इस्तेमाल

राजस्थान कांग्रेस में चल रहे सियासी संघर्ष का हल अब प्रियंका गांधी और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल निकालेंगे। इस बारे में आलाकमान ने मुख्यमंत्री Ashok Gehlot और पूर्व उपमुख्यमंत्री Sachin Pilot को बताया दिया है। दोनों से कहा गया है कि जुलाई में राज्य के बारे में बात होगी। वर्तमान में गहलोत व पायलट के बीच समन्वय कराने का जिम्मा प्रदेश प्रभारी अजय माकन संभाल रहे हैं, लेकिन राज्य के कई वरिष्ठ नेताओं ने पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी व प्रियंका गांधी तक यह संदेश पहुंचाया कि माकन राजस्थान के बजाय दिल्ली में ज्यादा सक्रिय रहते हैं। वे पिछले 3 माह से राज्य के दौरे पर भी नहीं आए। राज्य के कांग्रेसियों से माकन की मुलाकात भी आसानी से नहीं हो पाती है।

गहलोत व पायलट के बीच विवाद लंबा खींचने का कारण प्रदेश प्रभारी के जरूरत के मुताबिक, दिलचस्पी नहीं लेना बताया गया है। उधर, अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को देखते हुए वहां के नेताओं ने प्रियंका गांधी से आग्रह किया है कि Sachin Pilot को नाराज नहीं किया जाना चाहिए। UP के 20 जिलों में गुर्जर समाज का प्रभाव है। ऐसे में पायलट का यहां उपयोग होना चाहिए। उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी के सहयोगी के रूप में काम कर रहे राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर सहित कई नेताओं ने Pilot को राजस्थान के साथ ही यूपी के लिए उपयोगी बताया है।

आलाकमान ने राज्य के वरिष्ठ नेताओं से गहलोत व पायलट के बीच चल रही खींचतान को खत्म करने को लेकर सुझाव मांगे हैं। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य रघुवीर मीणा, कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास और कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव जुबेर खान ने Gehlot को राज्य का सर्वमान्य नेता बताते हुए कहा कि सरकार में फैसले लेने के लिए उन्हें स्वतंत्रता दी जानी चाहिए, लेकिन पायलट को भी नाराज नहीं करना चाहिए। राज्य के नेताओं ने आलाकमान से कहा कि भविष्य को देखते हुए Pilot को खोना नहीं चाहिए, वे पार्टी की संपत्ति हैं।

पूर्व केंद्रीय मंत्री व निर्दलीय विधायक महादेव सिंह खंडेला ने बृहस्पतिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि राज्य में गहलोत ही कांग्रेस है, Pilot मुख्यमंत्री नहीं बन सके। उन्होंने कहा कि आलाकमान Pilot को कभी CM नहीं बनाएगा। Gehlot गांधी परिवार से दिल से जुड़े हैं। खंडेला ने कहा कि टिकट नहीं मिला तो मैं निर्दलीय चुनाव जीता और Gehlot के कारण ही सरकार को समर्थन दे रहा हूं।

Leave a Comment

Your email address will not be published.

बिहार के इन 2 हजार लोगों का धर्म क्या है? विश्व का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड कौन सा है? दंतेवाड़ा एक बार फिर नक्सली हमले से दहल उठा SATISH KAUSHIK PASSES AWAY: हंसाते हंसाते रुला गए सतीश, हृदयगति रुकने से हुआ निधन India beat new Zealand 3-0. भारत ने किया कीवियों का सूपड़ा साफ, बने नम्बर 1